जैसलमेर के सम के धोरों की माफिक पंसेरी में पर्यटकों की रौनक

भावेश गोस्वामी @ अर्थ न्यूज नेटवर्क


जसवंतपुरा. अगर आप जैसलमेर के सम के धोरों में कैमल सफारी का लुत्फ उठाना चाह रहा है और अब तलक इससे महरूम है तो निराश ना हो। जिले में भी एक नायाब जगह पर्यटकों के लिए सौगात बनती जा रही है। जी हां, यहां ना केवल आप सम की माफिक कैमल सफारी का आनंद ले सकते हैं, बल्कि यहां का नजारा भी किसी उत्सव से कम नहीं है। रानीवाडा उपखण्ड से करीब पन्द्रह किलोमीटर की दूरी पर स्थित पंसेरी के रेतीले धोरों में इन दिनों रौनक देखते ही बन रही है।

 
करीब दस किलोमीटर क्षेत्र में फैले रेतीले धोरों में पर्यटक कैमल सफारी का लुत्फ उठा रहे हैं। विधायक नारायणसिंह देवल की पहल पर वन विभाग व पंसेरी वन चेतना केन्द्र की ओर से हाल ही में इन धोरों में केमल सफारी शुरू की गई है। थार के रेगिस्तान की तरह नजर आने वाले इन धोरों का नजारा देखते ही बनता है। सुनहरी रेत व ऊंचे-ऊंचे टीले पर्यटकों को मरुस्थल में होने का अहसास कराते हैं। इन धोरों से थोड़ी ही दूरी पर छोटी नदी है। हालांकि यह नदी वर्षा ऋतु में बहती है, लेकिन नदी और तलहटी में छाई हरियाली पर्यटकों को नखलिस्तान का आभास कराती है। धोरों पर चढऩे के साथ ही कैमल सफारी के दौरान पर्यटकों को सुंधा पर्वत की हरियाली से आच्छादित सबसे ऊंची चोटी का नजारा एक अलग ही अनुभव करवाता है। ज्ञात रहे जसवंतपुरा स्थित सुंधामाता मंदिर में सालभर में देश के विभिन्न हिस्सों से करीब दस-पंद्रह लाख श्रद्धालु दर्शनार्थ आते हैं। श्रद्धालुओं को सुंधा धाम के दर्शन के साथ ही खोड़ेश्वर की पहाडिय़ों से बहने वाले झरने एवं कंजर्वेशन रिजर्व में भालुओं की चहल-पहल खासा आकर्षित करती है। इन सबके बीच अब पंसेरी के धोरे कैमल सफारी के साक्षी बनकर जिले के पर्यटन में एक नए अध्याय को जोड़ रहे हैं।

 

कलाकारों को रास आने लगे धोरे

कुछ ही दिनो पहले माघ स्टूडियो के राजस्थानी वीडियो एलबम ‘पधारो म्हारा देशÓ के सारे सीन इन्हीं धोरो मे फि़ल्माये गए थे। ज्ञात रहे की कुछ दिनों पहले गुजराती कलाकार विक्रम ठाकुर और उनकी टीम भी शूटिंग के सिलसिले मे सरपंच दिलीपसिंह से बात कर चुके हैं।

एक तरफ धोरे दूसरी तरफ हरियाली

पंसेरी के समीप जहां एक और दस किलोमीटर क्षेत्र मे रेतीले धोरे हैं। वहीं पर्यटक यहां कैमल सफारी के दौरान सुंधा पर्वत की सघन हरियाली एवं खोड़ेश्वर के प्राकृतिक सौंदर्य को भी निहार सकते हैं।

जिले के पर्यटन में नया अध्याय जुडेगा

अभी पर्यटकों की आवाजाही देख कर लगता है कि क्षेत्र मे पर्यटन की अपार सम्भावनाएं मौजूद हैं। अब पंसेरी के धोरों में कैमल सफारी शुरू होने से आने वाले दिनों में पर्यटन के साथ स्थानीय रोजगार के नए आयाम खुलेंगे। अभी पक्की सड़क का निर्माण शुरू है। आने वाले दिनों में और भी कई व्यवस्थाएं की जाएंगी।
– दिलीपसिंह देवल, सरपंच पंसेरी

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