कवराड़ा सरपंच चम्पालाल सेन की हालात में सुधार, अस्पताल से मिली छुट्टी
आहोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
आहोर उपखंड क्षेत्र के कवराड़ा गांव के सरपंच चम्पालाल सेन पर गत 6 नवम्बर की रात हुए प्राणघातक हमले के बाद फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर है। सोमवार दोपहर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई। हालांकि डॉक्टरों ने उन्हें अभी आराम करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि हमले में सरपंच सेन को काफी गहरी चोटें आई थी। उनके सिर में गहरी चोट के साथ ही चारों हाथ-पैर फै्रक्चर हो गए थे। जिस पर उन्हें गंभीरावस्था में अहमदाबाद रैफर किया गया था। जहां ग्लोबल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। करीब बाइस दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद उनकी स्थिति में सुधार है।
यह था मामला
6 नवम्बर की रात करीब आठ बजे सरपंच चम्पालाल सेन अपनी मोटरसाइकिल लेकर घर की ओर लौट रहे थे। इस दौरान बीच गली में एक स्कार्पियों में पहले से घात लगाकर बैठे आठ-दस बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से सरपंच सेन मोटरसाइकिल सहित नीचे गिर गए। फिर लाठी व हथियारों से लैस हमलावरों ने ताबड़तोड़ उन पर हमला कर दिया। इस दौरान सरपंच सेन जान बचाकर भाग निकले। सरपंच ने गांव में ही किसी के घर में शरण ली तो हमलावर वहां भी पहुंच गए। बीच-बचाव करने आई एक वृद्धा को भी चोट आई थी। वहीं एक लकवाग्रस्त आदमी के भी चोटें आई थी। रात्रि में करीब एक बजे के करीब परिजन एक गाड़ी में डालकर सरपंच सेन को तखतगढ़ लेकर गए। तखतगढ़ में प्राथमिक चिकित्सा के बाद सरपंच सेन को अहमदाबाद के ग्लोबल अस्पताल में इलाज के लिए रैफर किया गया था। इधर, परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। वहीं अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। इस बीच, सैन समाज के लोगों ने जिले में कई स्थानों पर रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही आरोपितों की गिरफ्तार की मांग भी थी।
हालत खतरे से बाहर
घायल चम्पालाल सैन को सिर में गहरी चोट लगी थी। वहीं उनके चारों हाथ-पैर में फै्रक्चर थे। फिलहाल, उनके हाथ-पैर में प्लास्टर लगा हुआ है। लेकिन वे बात करने की स्थिति में है। वे खतरे की हालत से बाहर है। लिहाजा, उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
– डॉ. गोपालसिंह राजपुरोहित, एमएस सर्जर