गजापुरा प्रकरण : पुरानी रंजिश में एक दर्जन व्यक्तियों ने किया जानलेवा हमला, घायल गुजरात रैफर

जसवंतपुरा @ अर्थ न्यूज नेटवर्क


निकटवर्ती गजापुरा गांव में सोमवार शाम को जाति समुदाय की पुरानी रंजिश खूनी संघर्ष के रूप में फिर से उभर कर सामने आई। कृषि कुएं से घर लौट रहे दो युवकों पर एक दर्जन व्यक्तियों ने नियोजित तरीके से जानलेवा हमला बोल दिया। जिससे दो व्यक्ति गंभीर घायल हो गए। जिसमें से एक को हालत गंभीर होने पर गुजरात रैफर किया गया है। फिलहाल, पुलिस आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही हैं।
जानकारी के अनुसार गजापुरा निवासी विक्रमसिंह तथा कांतिलाल भील सोमवार शाम को कृषि कुएं से घर लौट रहे थे। इस दौरान रास्ते में पहले से घात लगाकर बैठे करीब एक दर्जन लोगों ने धारदार हथियारों से दोनों पर जानलेवा हमला बोल दिया। हमले में विक्रमसिंह बुरी तरह घायल हो गया। हाल यह है विक्रमसिंह का पूरा शरीर जगह-जगह से जख्मी हो गया। उसके हाथ-पैरों के अलावा शरीर के कई हिस्सों में फै्रक्चर होने की आशंका जताई जा रही है। जबकि कांतिलाल को भी गंभीर चोटें आई हैं। इस दौरान दोनों के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के कृषि कुओं से ग्रामीण दौड़ कर मौके पर पहुंचे। इस दौरान हमलावरों ने दोनों को अधमरी हालत में छोड़कर मौके से भाग छूटे। सूचना पर 108 एम्बुलेंस ने मौके पर पहुंच कर दोनों घायलों को जसवंतपुरा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। वहीं पुलिस ने भी घटनास्थल पहुंच मौका मुआयना किया। इस दौरान विक्रमसिंह की हालत गंभीर होने पर उसे डिसा रैफर किया गया। जबकि कांतिलाल का इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि विक्रमसिंह सुंधा माता ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष पूरणसिंह देवल का पुत्र है।

पुलिस ने शुरू की तलाश

घटना के बाद पुलिस ने हमलावरों की तलाश में जगह-जगह दबिश देना शुरू किया है। वहीं उनका सुराग लगाने के लिए विशेष टीमें गठित की गई है। इधर, घटना के बाद एक बार फिर से गजापुरा गांव में तनाव व्याप्त हो गया है।

पुरानी है रंजिश

गौरतलब है कि गजापुरा में करीब नौ माह से दो जाति समुदायों में रंजिश चल रही है। गत २२ मार्च को गजापुरा गांव में एक किसान के घर के बाहर लिखे नाम से नाराज हथियारबंद करीब एक दर्जन लोगों ने हमला कर वृद्ध महिला व उसके परिजनों से मारपीट कर चोटें पहुंचाई थी। घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस दल की जीप को भी आरोपितों ने टै्रक्टर से टक्कर मार कर क्षतिग्रस्त किया था। घटना के बाद सांसद देवजी पटेल ने आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने तक पूरी रात गजापुरा में डेरा डाला था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में विक्रमसिंह सहित करीब एक दर्जन लोगों ने गिरफ्तार किया था। घटना के बाद दूसरे पक्ष ने सांसद देवजी पटेल पर बेकसूर लोगों को फंसाने का आरोप लगाते हुए जसवंतपुरा कस्बे में प्रदर्शन कर रैली निकाली थी। जमानत मिलने बाद विक्रमसिंह जेल से बाहर आ गया। तब से गांव में रंजिश का माहौल बना हुआ है। वहीं कुछ समय में पहले एक पक्ष का गांव में सामाजिक कार्यक्रम भी हुआ था। जिसमें कई जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Page generated in 1.198 seconds. Stats plugin by www.blog.ca