जालोर : मंदिरों में चोरियां करने वाले गिरोह के 5 आरोपी गिरफ्तार, शक ना हो इसलिए रखते थे लग्जरी कार

अर्थन्यूज नेटवर्क. जालोर

भीनमाल पुलिस ने रविवार को अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाशन किया है। रविवार को गिरफ्तार 5 आरोपियों से पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने जिले में दो मंदिरों में चोरियों सहित अन्य चोरियां करना कबूला है।

पुलिस के अनुसार रविवार सुबह भीनमाल में गश्त के दौरान लग्जरी कार इनोवा को तेज गति से आते देखा, जिसे रुकवाया गया। कार में सवार आरोपियों से पूछताछ की गई। इस दौरान संदिग्ध लगने पर कार की तलाशी ली गई। तलाशी में कार से देवी-देवताओं के सोने-चांदी के आभूषण मिले तथा करीब 12 हजार रुपए की नकदी मिली। ऐसे में सभी को थाने ले जाया गया तथा पूछताछ की गई।

थानाधिकारी कैलाशचंद्र मीणा ने बताया कि धानेरा (गुजरात) के हड़ता निवासी हाजी भाई (30) पुत्र जलाल भाई जाति मोयला मुसलमान, चामुंडा सोसायटी धानेरा निवासी प्रवीणकुमार (35) पुत्र मसराजी सोनी, कोटड़ा विस्तार निवासी सलीम भाई (25) पुत्र नूरा भाई मोयला मुसलमान, कोटड़ावास धानेरा निवासी नजीर भाई (22) पुत्र नूर मोहम्मद मोयला मुसलमान तथा हड़ता निवासी अनिल उर्फ अनवर (22) पुत्र जमा भाई मोयला मुसलमान को गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की गई। जिसमें आरोपियों ने शनिवार रात को मामाजी मंदिर कुशलापुरा में दानपात्र तोड़कर नकदी चुराना व पुलिस थाना करड़ा के लाखावास गांव में आशापुरी माताजी मंदिर से मूर्ति के सोने का तीमणिया, चांदी का मुकुट, हार, झूमके, पूजा के घी से भरा टीन तथा भंडारा तोड़कर नकदी चुराना स्वीकार किया।

मंदिरों में पूजा करने के बहाने करते थे चोरियां

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दिन में मंदिरों में जाकर रैकी करते थे तथा दर्शन व पूजा करने के बहाने मंदिर में आभूषणों व दानपात्रों की स्थिति का जायजा लेते। बाद में मौका मिलने पर रात्रि में उस मंदिर में वारदाता को अंजाम दिया जाता था। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस उनपर शक नहीं करे इसलिए वे लग्जरी कार इनोवा का उपयोग करते थे।

मुख्य आरोपी प्रवीणकुमार सोनी गेंग के सभी सदस्यों को धानेरा बुलाकर मंदिर में चोरी करने की प्लानिंग बनाता था। योजना बनाकर अपनी इनोवा कार से दिन को उस मंदिर की रैकी की जाती थी। रात में चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाता था। मंदिर के मूर्तियों के सोने-चांदी के आभूषण उतारकर तथा भण्डारे को उठाकर चोर अपने वाहन में डालकर सुनसान जगह ले जाते और भण्डारे को तोड़कर रुपए निकालते थे। मुख्य आरोपी प्रवीणकुमार सोनी के घर धानेरा पहुंच कर माल का बंटवारा किया जाता था।

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