सभापति ने कहा-पत्रकार बैठक से बाहर जाए, हंगामे पर उतरे पार्षद, बैठक स्थगन के बाद सभापति ने मांगी माफी
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
नगर परिषद की शुक्रवार को आयोजित बैठक उस समय हंगामे की भेंट चढ़ गई, जब सभापति भंवरलाल माली ने बैठक शुरू होते ही विवादास्पद बयान दे दिया। सभापति ने बैठक की शुरुआत में ही यह कहकर विवाद शुरू कर दिया कि विधानसभा व लोकसभा में पत्रकारों को नहीं बुलाया जाता है, लिहाजा वे फोटो लेकर बैठक से बाहर चले जाए। इसके बाद पक्ष-विपक्ष के कई पार्षदों ने इसका विरोध जताते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। हाल यह हो गया कि कुछ ही देर में आयुक्त को एक घंटे तक बैठक स्थगित करनी पड़ी। लेकिन एक घंटे बाद भी आठ-दस पार्षदों को छोड़कर पार्षद बैठक में ही नहीं पहुंचे। ऐसे में बैठक को स्थगित करना पड़ा। बाद में सभापति ने अपने कार्यालय से बाहर आकर पत्रकारों से माफी मांगी।
दरअसल, नगर परिषद की ओर से शुक्रवार को बजट बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में कांग्रेस के एक पार्षद को छोड़कर तकरीबन सभी पार्षद पहुंचे थे। लेकिन बैठक शुरू होती, इससे पहले ही सभापति ने यह कहकर विवाद शुरू कर दिया कि विधानसभा व लोकसभा सत्र में भी पत्रकारों को अनुमति नहीं दी जाती, इसलिए वे फोटो लेकर बाहर चले जाए। बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन्हें विकास कार्यों की जानकारी दे दी जाएगी। इतना कहते ही भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद जितेंद्र प्रजापत ने इसका विरोध जताते हुए सभापति पर ही आरोप लगा दिया कि वे अपने भ्रष्ट व काले कारनामों को छुपाने के लिए पत्रकारों को बैठक से बाहर जाने के लिए कह रहे हैं। अगर वे ईमानदार है तो बैठक में पत्रकारों को आने दे। इस दौरान प्रतिपक्ष नेता मिश्रीमल गहलोत ने भी विरोध जताते हुए कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है और वे जनप्रतिनिधियों के कार्यों को जनता तक पहुंचाते हैं। इस तरह से मनमाना रवैया अपनाकर पत्रकारों को बैठक से बाहर निकाला जा सकता है। इस दौरान कांग्रेस के सभी पार्षदों के साथ ही उप सभापति मंजू सोलंकी तथा भाजपा व निर्दलीय के कई पार्षद बैठक से उठकर बाहर आ गए। इस दौरान पार्षदों ने सभापति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
पार्षद ने जलाए एजेंडे के कागज
इस दौरान निर्दलीय पार्षद जितेंद्र प्रजापत ने सदन में ही बजट बैठक के एजेंडे के कागज जलाकर विरोध जताना शुरू कर दिया। हालांकि इस दौरान भाजपा पार्षद गौतम बोहरा व सहवृत्त सदस्य शिवपालसिंह ने पार्षदों से समझाइश का प्रयास भी किया। लेकिन पार्षद नहीं माने। इस दौरान बोहरा की निर्दलीय पार्षद जितेंद्र प्रजापत व कांग्रेस पार्षद देवी ने भी बहस हो गई।
एक घंटे के लिए बैठक स्थगित
बजट बैठक निर्धारित समय तीन बजे शुरू हुई, लेकिन हंगामे को देखते हुए आयुक्त त्रिकमदान ने एक घंटे के लिए बैठक स्थगित कर दी। ऐसे में चार बजे तक नगर परिषद में बहसबाजी व आरोप-प्रत्योराप का दौर चलता रहा। करीब चार बजे फिर से सभापति व आयुक्त ने सभागार में पहुंच बैठक शुरू करनी चाही, लेकिन भाजपा के आठ-दस पार्षदों के अलावा कोई पार्षद बैठक में ही नहीं पहुंचा। ऐसे में बैठक को स्थगित करना पड़ा।
संत दुर्गापुरी ने भी सुनाई खरी-खोटी
हंगामे के बीच सभागार में सभापति व आयुक्त के अलावा आठ-दस पार्षद बैठे हुए थे। इस बीच, चामुंडा माता मंदिर के संत दुर्गापुरी भी नगर परिषद पहुंचे। वे सीधे सभापति के पास पहुंचे और उन्होंने विकास कार्य नहीं होने पर सभापति को खासी खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि चामुंडा माता मंदिर जाने वाले रास्ते पर खड्डे हो रखे हैं। इससे यहां वाले श्रद्धालुओं के साथ ही राहगीरों को भी परेशानी होती है। हालांकि इस दौरान सभापति ने संत से काफी विनती करके उन्हें समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन संत ने लिखित आश्वासन देने पर ही वहां से जाने की बात कही। बाद में अन्य पार्षदों ने संत से समस्या समाधान का आश्वासन देकर समझाइश की, तब कहीं जाकर संत वहां से रवाना हुए।
पार्षदों ने लगाए आरोप
पार्षदों ने आरोप लगाया कि सभापति कई जगह पट्टों बनाने के नाम पर चौथ वसूली कर रहे हैं। इसकी आड़ में गलत तरीके से पट्टे जारी किए जा रहे हैं। यही वजह है कि वे इन पर किसी तरह की चर्चा भी नहीं करना चाहते हैं।
कार्यालय से बाहर आकर माफी मांगी
बैठक स्थगित होने के बाद सभापति ने पत्रकारों को प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए बुलाया, लेकिन पत्रकारों ने सभापति के माफी नहीं मांगने तक आने से इनकार कर दिया। इस दौरान पार्षद मानसिंह, गौतम बोहरा व शिवपालसिंह ने भी समझाइश करनी चाही, लेकिन पत्रकार पर बात पर अड़े रहे। ऐसे में सभापति ने अपने कार्यालय से बाहर आकर अपनी कही बात पर खेद जताते हुए माफी मांगी। तब कहीं जाकर पत्रकार उनके साथ कार्यालय में पहुंचे।
ये भी लगे आरोप
हंगामे के बीच भाजपा पार्षद रेखा माली ने निर्दलीय पार्षद जितेंद्र प्रजापत पर भाजपा बोर्ड बनाने के दौरान समर्थन की एवज में रुपए लेने का आरोप लगाया। इस दौरान प्रजापत ने भी रेखा पर रुपए देकर सम्मानित होने का आरोप जड़ दिया। इस दौरान भाजपा पार्षद गौतम बोहरा ने भी प्रजापत पर उप सभापति की चापलूसी करने व उन्हें चाय पिलाने जैसे काम करने की बात कहते हुए उनके इशारों पर हंगामा करने का आरोप लगाया। ऐसे में प्रजापत व बोहरा आमने-सामने हो गए। कुछ ही देर में कांग्रेस पार्षद देवी व गौतम बोहरा में भी तकरार हो गई।