राजस्थान : महिला चिकित्सक को लिंग जांच करते दूसरी बार पकड़ा
राज्य पीसीपीएनडीटी सैल की एक और बड़ी कार्रवाई, महिला डॉक्टर सहित दलाल व पंजीकृत सोनोग्राफी मशीन जब्त, चिकित्सालय पर 2013 में कार्रवाई के बाद नाम बदलकर फिर से कर रहे थे लिंग जांच
अर्थन्यूज नेटवर्क. जयपुर
जयपुर में राज्य की पीसीपीएनडीटी सैल ने सोमवार को कन्या भ्रूण जांच मामले में कार्रवाई करते हुए एक चिकित्सक, दलाव व सोनोग्राफी मशीन जब्त की। इस वर्ष की यह 24वीं कार्रवाई थी। कार्रवाई में पकड़े गए आरोपियों पर पुलिस थाना पीबीआई में मामला दर्ज किया गया। जिन्हें पीसीपीएनडीटी न्यायालय जयपुर में पेश किया जाएगा।
राजस्थान की पीसीपीएनडीटी सैल के राज्य समुचित प्राधिकारी एवं स्वास्थ्य विभाग के मिशन निदेशक नवीन जैन ने बताया कि नवम्बर से से सूचना मिल रही थी कि जयपुर में कुछ दलाल सक्रिय हैं, जो कन्या भ्रूण जांच का काम कर रहे है। सूचना की पुष्टि होने पर सैल द्वारा दलाल गंगापुर सिटी (सवाईमाधोपुर) निवासी किशन टटवाल पुत्र गंगाराम बैरवा (40 वर्ष) से सम्पर्क किया। बाद में भ्रूण जांच के लिए एक गर्भवती महिला को उसके साथ भेजा गया। दलाल किशन ने बताया कि लिंग जांच जयपुर में ही करवाया जाएगा। जहां से किशन गर्भवती महिला को जयपुर स्थित अंश हॉस्टिपटल, रामपुरा रोड, सांगानेर लेकर गया जहां पर गर्भवती महिला की अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर मोनिया गोयल द्वारा पंजीकृत सोनोग्राफी से लिंग जांच किया गया। ऐसे में टीम को इशारा मिलते ही डॉक्टर व दलाल को पकड़ा गया। साथ में उसने 20 हजार रुपए की राशि बरामद की तथा पंजीकृत सोनोग्राफी मशीन को जब्त किया गया।
जैन ने बताया कि डॉक्टर मोनिया गोयल व दलाल किशन को लिंग जांच करते हुए मई 2013 में भी गिरफ्तार किया गया था। जिसमें दलाल किशन पहले भी लिंग जांच के घृणित कार्य में साथ था। वह प्रकरण भी अभी न्यायालय में विचाराधीन हैं। उन्होंने बताया कि 2013 में जो कार्रवाई हुई थी उस समय इसी अस्पताल का नाम किरण हॉस्पिटल था। जिसका अभी नाम बदलकर अंश हॉस्पिटल किया गया था। दलाल किशन इस अस्पताल में लेब टैक्नीशयन/ कम्पाउडर के रूप में कार्य करता हैं।
उन्होंने बताया कि कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रघुवीर सिंह, प्रभारी पीबाई उमेश निठारवाल, उपनिरक्षक विक्रम सेवावत, पीसीपीएनडीटी सीकर समन्वयक नंदलाल पूनियां, झुंझुनू आशा समन्वयक संजीव महला, सामाजिक कार्यकर्ता विकास राहड़, महेश घोसलया, देवेन्द्र सिंह, राजेन्द्र सिंह शामिल थे। आरोपियों के विरुद्ध पुलिस थाना पीबीआई में प्रकरण दर्ज किया गया हैं।