रातभर सड़क पर खड़े रहे नोटों से भरे चार ट्रक, जानिए वजह…
जयपुर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
नोटबंदी के बाद भले ही बैंकों में नए नोटों की आपूर्ति मांग के अनुरूप नहीं हो पा रही हो, लेकिन रिजर्व बैंक में पुराने नोट रखने की जगह तक नहीं है। आंकड़ों की मानें तो अकेले राजस्थान में 500 व 1000 के बंद हो चुके नोटों से करीब पौने दो लाख करोड़ रुपए रिजर्व बैंक में पहुंच चुके हैं। जिन्हें रखने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है। इस बीच, जब शुक्रवार को अन्य जगह से चार ट्रक में भरकर पुराने नोट लाए गए तो उन्हें खाली नहीं किया जा सका। ऐसे में उन्हें रातभर सड़क पर खड़ा करना पड़ा।
8 बैंकों की 298 चेस्ट ब्रांच में भरे हैं नोट
नोटबंदी के बाद प्रदेश में करीब पौने दो लाख करोड़ रुपए की पुरानी करेंसी जमा हो चुकी है, लेकिन रिजर्व बैंक की ओर से इसके मुकाबले प्रदेश की बैंकों में 60 हजार करोड़ रुपए कीमत के नोट ही सप्लाई की जा सके हैं। इसके बावजूद बाजार में नोटों की कमी बनी हुई है। तो दूसरी तरफ पुरानी करेंसी को रखने के लिए रिजर्व बैंक में जगह ही नहीं बची है। इसकी वजह कतरन बनाने का कार्य शुरू नहीं होना बताया जा रहा है। ऐसे में पुरानी करेंसी को बैंकों की चेस्ट ब्रांच में रोका गया है। बहरहाल, प्रदेश की 8 बैंकों की 298 चेस्ट ब्रांच पुराने नोटों से भरी पड़ी है।
अब क्या होगा
प्रदेश में विभिन्न बैंकों के 8284 एटीएम है। लेकिन इनमें आधे से ज्यादा में नोट नहीं है। इसकी वजह बैंकों के पास पर्याप्त मात्रा में नए नोटों की सप्लाई नहीं होना है। आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक रिजर्व बैंक की ओर से प्रदेश 2000 रुपए के नोटों के रूप में 50 हजार करोड़ रुपए सप्लाई किए जा चुके हैं। अब आने वाले समय में रिजर्व बैंक की ओर से 2000 के नोटों के अनुपात में 100 व 500 के नोटों की खेप बैंकों तक पहुंचाई जाएगी। इसमें 500 रुपए के नोटों के रूप में डेढ़ अरब की राशि होगी, जबकि 100 रुपए के नोटों के रुप में साढ़े तीन अरब की राशि होगी।