क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो का निधन, हजारों महिलाओं से थे सम्बंध
क्यूबा के चर्चित, विवादों में रहने वाले क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो का शनिवार को निधन हो गया। उनके निधन के साथ ही क्यूबा और लैटिन अमेरिका में एक युग का अंत हो गया। क्यूबा के राष्ट्रपति रह चुके क्रांतिकारी कास्त्रो 90 वर्ष के थे। कास्त्रो ने क्यूबा पर लगभग 50 साल तक शासन किया था। वर्ष 2008 में उन्होंने अपनी सत्ता अपने भाई को सौंप दी थी। लंबी बीमारी और उम्र के पड़ाव में आखिरकार वह इस दुनिया को अलविदा कह कर चल दिए। कास्त्रो के समर्थक उन्हें एक ऐसा शख्स बताते हैं, जिन्होंने क्यूबा को वापस यहां के लोगों के हाथों में सौंपा था। लेकिन विरोधी उन पर लगातार विपक्ष को बर्बरतापूर्वक कुचलने का आरोप लगाते है।
क्यूबा के क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो का जन्म 1926 में क्यूबा के दक्षिण-पूर्वी ओरिएंट प्रांत में हुआ था। उन्हें अमेरिका समर्थित बतिस्ता प्रशासन के खिलाफ असफल विद्रोह की अगुवाई करने के लिए 1953 में कैद कर लिया गया था, लेकिन बाद में 1955 में मानवता के आधार पर रहा कर दिया गया।
कास्त्रो के 35,000 महिलाओं से संबंध तो 600 से ज्यादा बार मारने की साजिश
कास्त्रो के जिंदगी के कई किस्से मशहूर रहे। उन पर बनी एक डॉक्युमेंट्री में खुलासा किया गया था कि कास्त्रो ने 82 साल की उम्र तक 35,000 महिलाओं के साथ संबंध बनाए। कास्त्रो ने ये दावा भी किया था कि 634 बार उनकी मौत की साजिश रची गई। फिदेल कास्त्रो एक अमीर परिवार में पैदा हुए और कानून की डिग्री प्राप्त की।