अब दस दिन चलेगी जवाई नदी, जानिए इतना आएगा पानी…
जालोर. जिले में दशकों बाद यह पहला मौका होगा जब जवाई नदी लगातार पौने दो महीने तक चलेगी। फिलहाल, नदी में 400 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है। जो आगामी दस दिन तक जारी रहेगा। इसके बाद 24 अक्टूबर से नहरों में पानी दिया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्ष 2006 के बाद वर्ष 2016 में जवाई नदी में पानी का बहाव हुअस है। इस बीच, जवाई नदी में बांध का पानी नहीं छोड़ा गया। लेकिन इस बार सेई बांध के ओवरफ्लो होने के साथ ही बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भी अच्छी बारिश हुई। ऐसे में 27 अगस्त को जवाई बांध में 59 फीट का गेज पार होते ही एक गेट तीन इंच तक खोला गया था। इससे 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। अगले दिन ही 28 अगस्त को शाम तक कुल तीन गेट खोल कर 2370 क्यूसेक की पानी शुरू की गई। वहीं 4 सितम्बर को इस बार का सबसे ज्यादा पानी यानी 5500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके बाद पानी की आवक के चलते निकासी कम-ज्यादा होती रही। गत दिनों लगातार तीन दिन तक बांध के जल ग्रहण क्षेत्र में अच्छी बारिश के बाद 6 अक्टूबर को 2841 क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी। इसके अगले दिन ही 7 अक्टूबर को बांध का गेज कंट्रोल होने पर पानी में कटौती कर 737 क्यूसेक कर दिया। जबकि 9 अक्टूबर केा 485 क्यूसेक पानी की किया गया। जबकि 12 अक्टूबर गेट नम्बर दो को घटाकर 0.40 फीट करके 400 क्यूसेक पानी दिया जाने लगा। जो अब तक लगातार जारी है। जल संसाधन विभाग के सूत्रों की मानें तो आगामी 24 अक्टूबर से नहरों में पानी दिया जाएगा। इसके एक-दो दिन पहले नदी में पानी की निकासी बंद की जाएगी।
500 से 550 क्यूसेक देंगे पानी
विभागीय सूत्रों के अनुसार नदी में फिलहाल गेट नम्बर दो को 0.40 फीट खोलकर 400 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। वहीं बांध का गेज 61.20 फीट होने के साथ ही 7314 एमसीएफटी जल उपलब्धता है। बांध में पानी की आवक जारी रहने के कारण आगामी दिनों में नदी में इस पानी की निकासी जारी रखी जाएगी। 24 अक्टूबर को नहरों में पानी देने के एक-दो दिन पहले नदी में पानी की निकासी बंद की जाएगी। जबकि नहरों में 500 से 550 क्यूसेक पानी दिया जाएगा।
चमन होगी खेती
डार्कजोन में शुमार जालोर जिले में बीते कई सालों से जवाई नदी में पानी का बहाव नहीं होने के कारण जलस्तर रसातल में समा चुका था। हाल यह था कि जिले के कुछ उपखंड क्षेत्रों में तो भूजल स्तर 400 से 500 फीट तक गिर गया था। इससे बारिश के अलावा खेती बंद सी हो गई थी। लेकिन इस बार लगातार पौने दो महीने तक जवाई नदी चलने से कुओं के जलस्तर में खासी बढ़ोतरी हुई है। खासकर नदी के बहाव क्षेत्र के आसपास के कुओं में जलस्तर काफी ऊपर आ गया है। इससे आने वाले चार-पांच साल तक खेती-किसानी के लिए पानी की समस्या खत्म हो जाएगी।
इसलिए कम-ज्यादा हो रहा नदी में पानी
जानकारों की मानें तो जवाई नदी में बीते पांच दिन से पानी की निकासी एक सी जैसी है। लेकिन बार-बार नदी में पानी कम-ज्यादा हो रहा है। इसका कारण कुछ लोगों की ओर से बहाव क्षेत्र में रातों रात एनीकट बनाना है। जिससे एक बारगी पानी के बहाव पर असर पड़ा है। लेकिन लम्बे समय तक यह पानी जमा नहीं रह पाता है। इससे एनीकट बिखरने से फिर पानी का बहाव पहले जैसा हो जाता है।