किसान आन्दोलन के समर्थन में निकली मोटरसाइकल रैली, उगला रोष

पृथ्वीराज गोयल @ अर्थ न्यूज नेटवर्क


भीनमाल. गैर राजनैतिक संगठन राजस्थान किसान संघर्ष समिति जालोर के बैनरतले चल रहे धरने के ग्यारहवें दिन शनिवार को किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री, जनप्रतिनिधियों और जिला कलेक्टर के प्रति रोष उगलते हुए साफ शब्दों में कहा कि किसानों का यह आन्दोलन तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगों पर लिखित सहमति नहीं दी जाती है। धरने पर दिन प्रतिदिन किसानों और महिलाओं की संख्या बढ़ती जा रही है।

 

 

शनिवार को पूनासा से भीनमाल तक करीब 25 किलोमीटर की मोटरसाइकल रैली का आयोजन किया गया। किसान नेताओं का दावा रहा कि रैली में चार सौ से अधिक दुपहिया वाहन चालकों ने भाग लिया। किसान नेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि हम इतने दिनों तक अनुशासन में रहे हैं, लेकिन भविष्य में कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। प्रधानमंत्री मोदी की उदयपुर यात्रा के दिन 50 हजार की भीड़ के साथ काली पट्टी बांधकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों व सरकार का विरोध जताने के अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि इससे पहले सरकारी अधिकारियों को उनके कार्यालय में नहीं घुसने देने व जेल भरो जैसे आन्दोलन भी किए जाएंगे। समिति के संयोजक विक्रमसिंह पूनासा ने कहा कि सरकार किसानों के सब्र का इम्तिहान नहीं ले। किसानों को मजबूर मत करो कि कानून व्यवस्था बिगड़े। अब तक हम अनुशासन में बैठे रहे, भीख मांगतें रहे लेकिन अब हम भीख मांगकर नहीं, बल्कि अपना हक छिन कर लेंगे। पूनासा ने कहा कि हुक्मरानों अब संभल जाओ नहीं तो किसान की रणभेरी बज उठेगी।

 

 

 

किसान नेता हरिराम विश्रोई ने कहा कि किसान आन्दोलन की गूंज केवल राज्य तक ही नहीं, अपितु पूरे देश फैल रही है। पुखराज विश्रोई ने कहा कि मोदी के उदयपुर आने के अवसर पर काली पट्टी के विरोध का संदेश राज्य और देशभर में जाएगा। आज जो सत्तासीन है वे ध्यान नहीं दे रहे हैं और अन्नदाता सड़कों पर बैठा है। लेकिन यह मत भूलो कि समय परिवर्तनशील है। किसान नेता मोड़ाराम देवासी व किसनाराम ने कहा कि जब हम किसानों की बात राजस्थान के प्रतिनिधि नहीं सुनेंगे तो क्या वे पाकिस्तान के किसानों की बात सुनेंगे। नर्मदा नहर किसान डिग्गी होल्डर यूनियन सांचौर के अध्यक्ष ईशराराम परावा व राणाराम सांचौर ने समिति को अपना समर्थन देते हुए कहा कि हम सांचौर क्षेत्र के किसान भी आपके साथ है। धरने को समिति के उप संयोजक सुरेश व्यास, भलाराम चौधरी, महिला नेत्री गीता देवी चौधरी, पूर्व सरपंच ईश्वरसिंह राठौड़, सुनीता विश्रोई, किशनलाल विश्नोई, पूनासा मठ के महेन्द्रगिरी महाराज, भगवानाराम विश्रोई, रमिला देवासी ने भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व करीब 25 किलोमीटर तक की दुपहिया वाहन रैली के माध्यम से करीब चार सौ युवाओं ने धरने में शिरकत की।

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