आदित्यनाथ होंगे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री, केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री
लखनऊ @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री को लेकर जारी एक हफ्ते से जारी सस्पेंस आखिर खत्म हो गया। शनिवार को विधायक दल ने बैठक में योगी आदित्यनाथ को अपना नेता चुुन लिया। ेएसे में योगी रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। जबकि केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा उप मुख्यमंत्री होंगे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद मुख्यमंत्री पद की दौड़ में राजनाथसिंह, मनोज सिन्हा, केशव प्रसाद मौर्य व सिद्धार्थनाथसिंह आगे थे। लेकिन एक हफ्ते में ही सब इस दौड़ से बाहर हो गए। लेकिन आखिर मोहर योगी आदित्यनाथ पर लगी। वे रविवार दोपहर सवा दो बजे पद की शपथ लेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। वहीं संसदीय बोर्ड के सभी साथियों को भी आमंत्रित किया गया है। जबकि भाजपा शासित प्रदेशों के सभी मुख्यमंत्री व सहयोगी दलों के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया गया है। माना जा रहा है कि चंद्राबाबू नायडू के अलावा, मणिपुर व जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भाग लेंगे।
यह बोले योगी
योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल रामनाईक से मुलाकात की। इस दौरान योगी ने राज्य बनाने के लिए आमंत्रित करने पर राज्यपाल को धन्यवाद दिया। योगी ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ मंत्र को फॉलो करूंगा। उत्तर प्रदेश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगा। हम गुड गवर्नेंस देंगे’ जबकि उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, ‘हम उत्तरप्रदेश में गुड गवर्नेंसऔर गरीबों के लिए काम करेंगे।’
इसलिए चुना योगी आदित्यनाथ को
जानकारों की मानें तो योगी को मुख्यमंत्री पद के चुनने के कई कारण है। वे कट्टर हिंदूवादी चेहरा है तथा पार्टी के फायर ब्रांड नेता है। भाजपा को भारी बहुमत में हिंदुत्व का एजेंडा भी खासा कारगर रहा है। यूपी चूनाव में उन्होंने वेस्ट यूपी से लेकर पूर्वांचल तक जोरशोर से प्रचार किया था। जिससे भाजपा को भारी जीत में काफी मदद मिली। आदित्यनाथ पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप नहीं है और वे किसी गुट से सम्बंध नहीं रखते। वे आरएसएस के करीबी माने जाते हैं तथा राम मंदिर आंदोलन को लम्बे समय से उठाते रहे हैं। इसके अलावा वे पांच बार सांसद रहे हैं और विधायिका का भी अनुभव है।