भाजपा नेता पर लगे दुष्कर्म के मामले में नया मोड़, नाबालिग लड़की निकली बालिग!
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष पर एक लड़की की ओर से लगाए गए दुष्कर्म के मामले में नया मोड़ आ गया है। पीडि़ता ने आठवीं कक्षा की अंकतालिका पेश कर खुद को नाबालिग बताया था। लेकिन अब इसी लड़की की पांचवीं कक्षा की टीसी सामने आई है। जिसमें दर्ज जन्मतिथि के मुताबिक उम्र में करीब तीन साल का फासला है। ऐसे में अब भाजपा नेता को षड्यंत्रपूर्वक फंसाने की आशंका जाहिर होने लगी है।
गौरतलब है कि भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हुक्मङ्क्षसह राव पर रानीवाड़ा क्षेत्र की एक लड़की ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। जिसमें लड़की ने आठवीं कक्षा की अंकतालिका पेश कर खुद को नाबालिग बताया था। पुलिस ने भी आनन-फानन में मामले की बिना जांच पडताल के पोक्सो एक्ट लगा दिया। लेकिन अब इस मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, इस लड़की ने पहली से पांचवीं कक्षा तक पढ़ाई अन्य विद्यालय से की थी। जिसमें उसकी जन्मतिथि ही दूसरी अंकित है। ऐसे में दोनों दस्तावेज में लड़की की उम्र में करीब तीन साल का फासला आ रहा है।
यह गड़बड़झाला आया सामने
पीडि़ता के पिता की ओर से दी गई रिपोर्ट में उसे नाबालिग बताते हुए आठवीं कक्षा उत्तीर्ण की अंकतालिका पेश की गई। जिसमें जन्मतिथि 11-3-1999 बताई गई है। जिसके मुताबिक एफआईआर दर्ज करवाने के दिन उसकी उम्र करीब 17 साल होती है। जबकि एक अन्य दस्तावेज के तौर पर पीडि़ता के प्रथम कक्षा में प्रवेश के दौरान राजकीय प्राथमिक विद्यालय झाड़ोली नाडी सामरानी में जन्मतिथि 26-12-1996 दर्ज है। इस तरह पीडि़ता की उम्र करीब बीस वर्ष होती है। हकीकत चाहे कुछ भी हो लेकिन नया दस्तावेज सामने आने के बाद नए सिरे से जांच की आवश्यकता महसूस होने लगी है। अगर भाजपा नेता एवं उसके परिजनों के शिकायत के अनुसार दस्तावेज में फेरबदल कर जन्मतिथि छुपाने की बात जाहिर होती है तो धोड़ाधड़ी का मामला पीडि़ता के विरुद्ध ही दर्ज हो सकता है।
आईजी से निष्पक्ष बदलने की मांग, पुलिस अधिकारी पर भी आरोप
लड़की की जन्मतिथि में अंतर आने के बाद भाजपा नेता के परिजनों को भी अब इस पूरे मामले में षड्यंत्र की बू आने लगी है। इस सम्बंध में भाजपा नेता के भाई विक्रमसिंह राव ने पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर को पत्र भेजकर जांच बदलने की मांग की है। पत्र में बताया कि पीडि़ता के पिता की ओर से दर्ज करवाई गई रिपोर्ट के अनुसार विजय व प्रवीण नामक व्यक्ति ने उसकी पुत्री से दुष्कर्म किया था। इस रिपोर्ट में कहीं भी यह अंकित नहीं है कि हुक्मसिंह इस कृत्य में शामिल है। वहीं घटना को 20 दिसम्बर 2016 का बताया गया है, जबकि इसकी रिपोर्ट करीब पंद्रह दिन बाद 3 जनवरी 2017 को दर्ज करवाई गई है। पत्र में दावा किया गया कि उसका भाई हुक्मसिंह 20 दिसम्बर को दिनभर अपने काम में व्यस्त था। वह रानीवाड़ा, डूंगरी पंचायत, सूरजवाड़ा, खाकी जी की बाड़ी में महादेव मंदिर, रानीवाड़ा खुर्द अटल सेवा केन्द्र, साईंजी की बेरी, कागमाला, पंचेरी गांव था। जिसकी मोबाइल लोकेशन के अनुसार इस बात को साबित किया जा सकता है। पत्र में आरोप लगाया गया कि प्रथम सूचना रिपोर्ट में उसके भाई का नाम नहीं था, लेकिन राजनीतिक दवाब, विरोधियों के कहने व उकसाने पर बदनाम करने व बड़ी राशि ऐंठने की नीयत से बयानों में नाम लिया गया। लड़की का पिता पहले से उसके भाई को जानता है, जबकि प्रथम सूचना रिपोर्ट में नाम दर्ज करवाया गया। पत्र में पुलिस उप अधीक्षक पर गलत कामों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए उसके भाई को रंजिशवश फंसाने का आरोप लगया गया है। पत्र में बताया कि लड़की से झूठे व बेबुनियाद आरोप लगाकर उसके भाई को फंसाया जा रहा है। पत्र में प्रकरण की जांच करड़ा पुलिस थाने की बजाय जिले से बाहर या किसी अन्य उच्चाधिकारी से करवाने की मांग की गई।
भाजपा नेता पर लगाए गए दुष्कर्म के मामले में नया मोड़