जोशी ने बढ़ाया जिले का गौरव, नवोसा ने किया अभिनंदन
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय जसवंतपुरा में बतौर भूगोल व्याख्याता कार्यरत अशोक जोशी के एनवीएस राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित होने पर गुरुवार शाम डिस्कॉम के गेस्ट हाऊस में पूर्व छात्रों की संस्था नवोसा की ओर से अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया।
समारोह में अतिथि के नाते मौजूद जालोर उपखंड अधिकारी दौलतराम ने कहा कि हम अब तक अजनबी है, लेकिन फिर भी लगता है कि जैसे कोई अपनेपन का जुड़ाव है। क्योंकि हम नवोदय विद्यालय जैसी संस्थान से अध्ययन करके निकले हैं। इस संस्थान ने ना केवल अच्छे नागरिक बल्कि अच्छे इंसानों का निर्माण किया है। ईश्वर और माता-पिता के बाद व्यक्ति की सफलता का श्रेय शिक्षक को जाता है। उन्होंने कहा कि हम जो काम करते हैं वो काफी महत्वपूर्ण होता है। उसे काम समझकर करें तो निश्चित ही जीवन सफल होगा। नवोदय के पूर्व छात्रों की ओर से कई साथियों को आर्थिक व अन्य क्षेत्र में मदद की जा रही है। लेकिन अगर ऐसे योग्य व पात्र विद्यार्थियों की व्यक्तिगत तौर पर बिना अहसान के मदद की जाए तो इससे दिल को सुकून मिलता है।
नवोदय विद्यालय के प्राचार्य हरनाथसिंह चारण ने कहा कि नवोदय के पूर्व छात्र जिस एकजुटता से सभी को एक सूत्र में बांधने का प्रयास कर रहे हैं वो सराहनीय है। उन्होंने अशोक जोशी के राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित होने पर बधाई देते हुए कहा कि नवोदयन आज हर क्षेत्र में अमिट छाप छोड़ रहे हैं। आशा करता हूं कि राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मुकाम बनाए। नवोसा की ओर से किए जा रहे कार्य एक शुरुआत है, सहयोग के इस प्रोजेक्ट को बड़े स्तर पर ले जाए। नवोदय के विद्यार्थी हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर जालोर पर लगे पिछड़े जिले के कलंक को मिटाए। नवोदय विद्यालय एक प्रेरक संस्थान होने के साथ ही ब्रांड है जिसे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित करना होगा। व्याख्याता अशोक जोशी ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वे लम्बे समय से जवाहर नवोदय विद्यालय जसवंतपुरा से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि जब किसी क्षेत्र से अपनत्व होता है तो उसके लिए तन-मन से कार्य करते हैं। व्यक्ति को किसी भी कार्य में सफलता के लिए निराश होने के बजाय प्रयास व परिश्रम जारी रखना चाहिए। नवोदय एक परिवार है और यही वजह है कि आज हमारे बीच अलग-अलग जिलों से नवोदय में अध्ययन करके आए पूर्व विद्यालय एक साथ एक मंच पर है। इससे पूर्व नवोसा की ओर से व्याख्याता अशोक जोशी का स्मृति चिह्न व शॉल भेंटकर गुलपोशी से अभिनंदन किया गया। वहीं बाड़मेर नवोदय अलुम्री से जालोर उपखंड अधिकारी दौलतराम के अलावा नवोदय के पूर्व विद्यार्थी एवं वर्तमान में डिस्कॉम के सहायक अभियंता प्रमोद धाकड़, सहायक अभियंता वसनाराम, कनिष्ठ अभियंता कोमल शाह का शॉल भेंटकर गुलपोशी से स्वागत किया गया। इसी तरह नवोसा की ओर से प्राचार्य हरनाथसिंह चारण, नवोदय के शिक्षक बंशीलाल राणा, भरतलाल मीणा व पी.डी. चारण का भी गुलपोशी कर स्वागत किया गया। इस दौरान नवोसा के कई सदस्य मौजूद रहे।
नवोदय के छात्र को दी आर्थिक सहायता
समारोह के दौरान नवोदय विद्यालय में आठवीं कक्षा में अध्यययनरत छात्र हंसमुख के पिता की गत दिनों हादसे में मृत्यु होने पर उसके परिवार को नवोसा संस्थान की ओर से पचास हजार रुपए की एफडी करवाकर दी गई। ताकि उच्च अध्ययन के लिए यह राशि उसके काम आ सके। इसी तरह नवोदय के पूर्व छात्र हस्तीमल धोरावत को नवोसा संस्थान की ओर से जयपुर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाने के बारे में भी जानकारी दी गई। इस छात्र के कोचिंग व ठहरने का खर्चा नवोसा संस्थान की ओर से वहन किया जा रहा है।
1997 से संवार रहे बच्चों का भविष्य
विद्यालय में बतौर पीजीटी शिक्षक के तौर पर कार्यरत अशोक जोशी वर्ष 1997 से लगतार विद्यालय में कार्यरत है। इस अवधि में उन्होंने बारहवीं बोर्ड में लगातार शत-प्रतिशत परिणाम रखने के साथ ही भूगोल शिक्षण के लिए विभिन्न नवाचार किए। इसके अलावा उन्होंने राष्ट्रीय खेलकूद समागम, युवा संसद प्रतियोगता, राष्ट्रीय सेवा योजना सहित अन्य सह शैक्षणिक गतिविधियों में भी उत्कृष्ट योगदान दिया है। अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए जोशी कई बार सम्मानित हो चुके हैं। हाल ही उन्हें दिल्ली में आयोजित समारोह में एनवीएस राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार शैक्षिक गतिविधियों में नवाचार एवं सामाजिक सरोकार से सम्बंधित कार्यक्रमों के लिए दिया जाता है।