जालोर के इस गांव में मिली खजुराहो जैसी शिला
अर्थन्यूज नेटवर्क. जालोर
जालोर जिले के मैत्रीवाड़ा गांव में शुक्रवार को तालाब खुदाई के दौरान एक प्राचीन शिलालेख मिला। जिसपर कुछ आकृतियां उकेरी हुई थी। दिखने में यह शिला काफी प्राचीन लग रही थी। यह शिलालेख रानीवाड़ा तहसील के मैत्रीवाड़ा गांव में तालाब खुदाई के दौरान मिली। जानकारी मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा उसे गांव के निर्माणाधीन मंदिर में ग्रामीणों की निगरानी में रखवाया गया।
मैत्रीवाड़ा में मनरेगा के तहत जालिया नाड़ी पर खुदाई का कार्य चल रहा था। इस दौरान एक मजदूर का फावड़ा पत्थर से टकराया। पत्थर के भारी होने पर उसने उसके आसपास की मिट्टी हटाई। जिसपर पत्थर नुमा मूर्ति की आकृति नजर आई। इसकी जानकारी उसने आसपास काम कर रहे मजदूरों को दी। मजदूरों ने मिट्टी हटाकर पत्थर को सुरक्षित बाहर निकाला। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी सरपंच व सचिव को दी। उन्होंने यह जानकारी एसडीएम हनुमानसिंह राठौड़ व विकास अधिकारी प्रकाशसिंह शेखावत को दी। विकास अधिकारी ने पंचनामा बनाकर पुरातन सम्पदा को जब्त किया। इसके बाद उसे ग्रामीणों की निगरानी में गांव के मंदिर में सुरक्षित रखवाया गया है।
शिला पर खजुराहो जैसी सम्भोग क्रिया
मैत्रीवाड़ा में मिली इस शिला पर मूर्तिनुमा एक आकृति उकेरी हुई है, जिस पर एक पशु महिला के साथ सम्भोग अवस्था में दिख रहा है। यह काफी दुर्लभ कृति मानी जाती है। साथ ही उसके नीचे करीब 8 लाइनों में प्राचीन प्राकृत पाल भाषा में लिखा हुआ है। विशेषज्ञों ने बताया कि ऐसी आकृतियां या शिल्प कई प्राचीन मंदिरों में भी पाए जाते है। शिला पर संवत् १३३२ खुदा हुआ है। इस पर रतनपुर व कल्याण शब्दों को पढ़ा जा सका है।