नदियों का पानी अब पाकिस्तान को नहीं किसानों को देंगे : मोदी
अर्थ न्यूज नेटवर्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सतलुज, ब्यास व रावी नदियों के पानी पर भारत का अधिकार है। यह पानी अब पाकिस्तान में बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। बल्कि इस पानी को अब पंजाब, जम्मू-कश्मीर एवं देश के किसानों को दिया जाएगा। वे शुक्रवार को पंजाब के बठिंडा में एक रैली को सम्बोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सतलुज, ब्यास व रावी नदियों का पानी का उपयोग पाकिस्तान में खेतों में होने के बजाय बहकर समुद्र में जला जाता है। जबकि सिंधु जल समझौते में शामिल इन नदियों के पानी पर भारत का अधिकार है। यह पानी सिर्फ हमारे किसानों का है। अब इस पानी को व्यर्थ बर्बाद होने के बजाय एक-एक बूंद पानी को सहेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की पूर्व सरकारें सोती रही और भारत की नदियों का पानी पाकिस्तान में बहता रहा। जबकि इस पानी से पंजाब के किसान सोना उगा सकते हैं। सिंधु जल समझौते पर एक कार्यबल का गठन किया गया है। जो यह तय करेगा कि इन नदियों में बहने वाला पूरा देश के किसानों को ही मिले। इस पानी की हर बूंद देश के किसानों को मिले, इसके लिए मुझे सिर्फ आप लोगों के आशीर्वाद की जरूरत है। गौरतलब है कि वर्ष 1960 में हुए सिंधु जल समझौते के तहत सिंधु घाटी की 6 नदियों सतलुज, ब्यास, रावी, सिंधु, चिनाब व झेलम के पानी का बंटवारा हुआ था। जिसके तहत इन नदियों का अस्सी फीसदी पानी पाकिस्तान को मिलता है, जबकि भारत के हिस्से सिर्फ बीस फीसदी ही पानी आता है।