70 लाख की फिरौती प्रकरण : एक आरोपित सहित दो अन्य गिरफ्तार, देसी कट्टा बरामद
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
जिले के सांचौर उपखंड क्षेत्र के पलादर सरहद में करीब छह माह पूर्व मुम्बई में व्यवसायरत प्रवासी का अपहरण करके 70 लाख रुपए की फिरौती वसूलने के मामले में वांछित आरोपित सहित दो अन्य को भीनमाल पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपितों में दो लूट तथा एक प्राणघातक हमले के मामले में वांछित था।
पुलिस के अनुसार वांछित अपराधियों की धरपकड़ अभियान के तहत मंगलवार को भीनमाल थानाधिकारी कैलाशचन्द के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल करनाराम विश्नोई व डूंगराराम चौधरी, कांस्टेबल पदमसिंह व सुरेश कुमार ने मुखबिर की इत्तला पर 72 जिनालय के आगे नाकाबन्दी की। नाकाबन्दी के दौरान तीन व्यक्ति 72 जिनालय के सामने से बबूल की झाडिय़ों से निकल कर रोड पर आए। जिनकी गतिविधि संदिग्ध पाए जाने पर उन्हें रोककर पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम कमलेश कुमार उर्फ कमल पुत्र गोरखाराम जाट निवासी दूदू, अम्बाराम उर्फ आम्बाराम उर्फ अरविन्द पुत्र गंगाराम विश्नोई निवासी गुड़ा मालानी व रामजीवन उर्फ धोलाराम पुत्र किशनाराम विश्नोई निवासी कोजा बताया। तीनों की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने पर तलाशी ली तो उनके कब्जे से देसी कट्टा व दो कारतूस मिले। जिसे बरामद कर तीनों को गिरफ्तार किया।
दो लूट व एक प्राणघातक हमले में वांछित
आरोपित कमलेशकुमार उर्फ कमल सांचौर में 70 लाख की फिरौती प्रकरण में वांछित है। चितलवाना थाना के एक लूट व एक प्राणघातक हमले के दो अलग-अलग मुकदमों में पिछले काफी समय से फरार था। कमलेश कुमार अपने गिरफ्तारी के भय से अपने गिरोह के सदस्यों के साथ गुप्त स्थान पर छुपा हुआ था। ये तीनों आरोपित भीनमाल में किसी बड़ी वारदात की फिराक में घूम रहे थे। नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने उन्हें अवैध हथियार मय कारतूस सहित पुलिस गिरफ्तार कर लिया।
70 लाख की फरौती प्रकरण को दिया था अंजाम
आरोपित कमलेश कुमार उर्फ कमल ने अपने साथियों के साथ मिलकर मुम्बई में व्यवसायरत कोजा गांव के व्यापारी को मंम्बई से अपने गांव कोजा जाते समय लूटने की योजना बनाई। इसके लिए ये लोग उसकी रैकी करते रहे। इस दौरान मई 2016 में सांचौर थाना क्षैत्र के पलादर सरहद में रोड पर फिरौती के मकसद से व्यापारी को रोक अपहरण कर लिया। इस दौरान व्यापारी को बंधक बनाने के साथ ही उसके साथ मारपीट की गई थी। इस दौरान आरोपितों ने व्यापारी के परिजनों से हवाला के जरिए 70 लाख की फिरौती वसूल की। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए थे।
पहचान छुपाने के लिए रखे सात नाम
आरोपी अम्बाराम ने अपनी पहचान छुपाने के लिए सात नाम रख रखे थे। उसने आम्बाराम उर्फ अरविन्द उर्फ कालू उर्फ राजू उर्फ रूपा उर्फ पप्पु रखे थे। यह हर जगह अपनी पहचान बदलने के लिए अलग-अलग नाम का प्रयोग करता था। गुजरात राज्य के पुलिस थाना उनावा व पुलिस थाना दहेज मरीन जिला भरूच के दो अलग-अलग प्रकरणों में वांछित है। इसकी गिरफ्तारी के लिए गुजरात पुलिस ने कई बार इसके घर पर दबिश दी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।अम्बाराम उर्फ आम्बाराम गुजरात राज्य में करीब आठ-नौ माह तथा सांचौर में 20-25 दिन जेल में रह चुका है। जेल से छूटते ही बाहर आकर बदमाशों के गिरोह में शामिल हो गया।
साथ में क्रिकेट खेलने के दौरान हुई मित्रता
आरोपित कमलेश कुमार उर्फ कमल एवं रामजीवन उर्फ धोलाराम पड़ोसी गांव के रहने वाले हैं। दोनों साथ में क्रिकेट खेलते थे। इस वजह से दोनों के आपस में मित्रता हो गई। आरोपी अम्बाराम उर्फ आम्बाराम उर्फ अरविन्द के बुआ की शादी कोजा गांव में हो रखी है। इस वजह से वह कोजा आता-जाता रहता था इस वजह से तीनों के आपस में मित्रता हो गई। इस दौरान तीनों ने भीनमाल में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई।इसके लिए इन्होंने हथियार की व्यवस्था भी कर ली थी। लेकिन वारदात को अंजाम देने से पहले ही धरे गए।