शरीर में अटक गई थी गोली, शाम को ले जा सके शव, जानें हत्याकांड की असली वजह…

जालोर. भूती में फायरिंग के कारण मरने वाले व्यक्ति के कमर के पिछले हिस्से में गोली अटकने के कारण शाम को सवा चार बजे परिजनों को शव सुपुर्द किया जा सका। इस दौरान दिनभर मृतक के परिजनों व परिचितों की अस्पताल परिसर में भीड़ लगी रही। वहीं पुलिस अधिकारी भी पूरे समय तक मामले पर नजर बनाए रखे हुए थे। इधर, हत्याकांड के पीछे वास्तविक कारण खुलकर सामने आ गए हैं। इस रंजिश की वजह रुपयों का लेन-देन था। बहरहाल, इस मामले में तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
जानकारी के अनुसार रविवार रात भूती में फायरिंग के कारण मनोहरसिंह की मौत हो गई थी। वहीं राजूसिंह भांडू तलवार लगने से घायल हो गया था। सुबह पुलिस उप अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी बाबूसिंह व उपखंड अधिकारी प्रकाश अग्रवाल की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। लेकिन शव से गोली नहीं निकाली जा सकी। इधर, परिजनों ने गोली निकाले बिना शव लेने से मना कर दिया। ऐसे में निजी अस्पताल से डिजीटल एक्स-रे कराया गया, लेकिन कानूनी प्रक्रिया में सरकारी अस्पताल के एक्स-रे के ही अधिकृत होने के कारण दोपहर बाद तीन बजे मेडिकल बोर्ड के डॉ. वी.के. गुप्ता, डॉ. रमेश चौहान व डॉ. आर.सी. सोनी की मौजूदगी में सामुदायिक चिकित्सालय में ही एक्स-रे किया गया। एक्स-रे रिपोर्ट के मुताबिक गोली पेट से पार होकर कमर के पिछले हिस्से में फंस गई थी। इस दौरान मेडिकल बोर्ड ने शव से गोली निकाली। इसके बाद शाम करीब सवा चार बजे शव परिजनों को सुपुर्द किया गया। इस बीच, पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा ने भी आहोर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। वहीं कानून व्यवस्था के मद्देनजर सायला, बागरा व नोसरा थानाधिकारी भी पूरे समय तक मौके पर मौजूद रहे।
रुपयों का लेन-देन था विवाद का कारण
इस प्रकरण में दोनों पक्षों के विवाद के कारणों को लेकर दिनभर तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे। लेकिन इसकी असली वजह रुपयों कालेन-देन था। दरअसल, राजूसिंह भांडू रॉयल्टी नाकेदार लूणसिंह के रुपए मांगता था। रुपए नहीं मिलने के कारण राजूसिंह और लूणसिंह के बीच रंजिश हो गई थी। रविवार रात जब राजूसिंह भूती गया तो उसके साथ मौजूद लोगों ने लूणङ्क्षसह के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान हवाई फायर भी किए गए। चूंकि, रॉयल्टी ठेका हरिसिंह का था और लूणसिंह वहां नाकेदार था। ऐसे में हरिसिंह भी समझाइश के लिए मौके पर पहुंच गया। बीच बचाव के दौरान मामला बहुत ज्यादा बढ़ गया। इस दौरान राजूसिंह पर तलवार से वार किया गया। घटनाक्रम के दौरान मौके पर पहुंचे हरिसिंह के भाई मनोहरसिंह को गोली लग गई। जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले में रिपोर्ट के आधार पर राजूसिंह भांडू, भगवतसिंह बांगड़ी व कंवला निवासी लाखाराम देवासी को नामजद आरोपी बनाया गया है। वहीं घटनाक्रम में अन्य लोगों के शामिल होने की सूचना पर पुलिस ने गहनता से तफ्तीश शुरू करने के साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं राजूसिंह भांडू पुलिस कस्टडी में जोधपुर में भर्ती है।

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