लेडी डॉन सुमता और उसके गिरोह की चर्चा जालोर में, जाने वजह…
जालोर. जोधपुर पुलिस के हत्थे चढ़ी लेडी डॉन सुमता उर्फ समता विश्नोई की अब जालोर जिले में चर्चा अचानक से बढ़ गई है। पुलिस की ओर से अब समता बिश्नोई के पार्टनर राजू ईराम की सांचौर की एक महिला से घनिष्ठता का खुलासा होने के बाद रविवार को दिनभर लोगों में चर्चाएं चलती रही। लोग तरह-तरह के कयास लगाते रहे। वहीं पुलिस कांस्टेबल की नौकरी करने के बाद ग्रामसेवक बनी कथित महिला का सुराग लगाने के लिए भी दिनभर लोग फोन से सम्पर्क साधे रहे।
गौरतलब है कि जीपीएस से डोडा पोस्त तस्करी की मॉनिटरिंग करने के साथ ही मारवाड़ में दो दर्जन तस्करों का नेटवर्क खड़ा करने वाली सुमता विश्नोई जोधपुर पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद सुर्खियों में आ गई है। वहीं अब पुलिस के वर्तमान व पुराने अधिकारियों की जान-पहचान व शह ने मामले को नया मोड़ दे दिया है। अपने पहचान के अधिकारियों के रसूख के बूते सुमता पूर्व में अपने परिचित को थाने से छुड़ा कर भी ले गई थी। इधर, पूर्व में सुमता के सम्पर्क में रहे पुलिस निरीक्षकों के मातहत अधिकारियों व जवानों को भी नेटवर्क की जानकारी होने की आशंका जताई जा रही है।
ऐसे बढ़ी सांचौर की महिला से घनिष्ठता
पुलिस की ओर से सुमता से की गई प्रारम्भिक जांच में उसे लम्बे समय तक स्लिप डिस्क की समस्या होने की बात सामने आई है। इसके लिए पूर्व में उसने कमर का ऑपरेशन भी करवाया था। इस दौरान चिकित्सकों ने उसे पूरी तरह आराम करने की सलाह दी। वहीं इस मर्ज के बाद उससे राजू ईराम की दूरियां बढ़ती गई। इस बीच, राजू ने सांचौर की कथित महिला से घनिष्ठता बढ़ाई। इस दौरान राजू ने उसे तस्करी की कमाई से उपकृत करने भी शुरू कर दिया। यहां तक की उसे मकान भी दिलाया गया। सुमता को बारे में पता चला तो राजू और उसके बीच में दरार और ज्यादा बढऩे लगी। हालांकि पूर्व में पुलिस कांस्टेबल रही यह महिला ग्रामसेवक के तौर पर कहां ड्यूटी कर रही है। बहरहाल, पुलिस की ओर से खुलासा नहीं किया गया है। लेकिन रविवार को खासकर सांचौर में लोग इस महिला के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास करते रहे।
खुल सकते हैं कई राज
सुमता विश्नोई की पुलिस से मिलीभगत की बात सामने आने के बाद इस मामले में सम्बंधित निरीक्षकों पर गाज गिर कर सकती है। फिलहाल, इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस कॉल डिटेल में सबूत मिलने के बाद जांच के दायरे में यह निरीक्षक व मातहत भी आ सकते हैं।