मोदी ने दी भ्रष्टाचारियों को चेतावनी, देशवासियों को नववर्ष की सौगात
नई दिल्ली @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
नव वर्ष की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम सम्बोधन दिया। अपने भाषण में मोदी ने नोटबंदी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में साथ देने के लिए देशवासियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि दीपावली के बाद से देश में ऐतिहासिक शुद्धी यज्ञ शुरू हुआ। जिसके देशवासी गवाह बने। देशवासियों ने जो कर दिखाया है उसका विश्व में कोई उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि कालेधन व भ्रष्टाचार ने ईमानदार केा घुटने टेकने को मजबूर कर दिया था। लेकिन देशवासियों के धैर्य से चले शुद्धी यज्ञ में बुराई के खिलाफ एकजुट होकर मैदान उतरे। देशवासियों को घुटन से मुक्ति की तलाश थी। और आखिर उसे कर दिखाया। बैंककर्मियों ने चौबीस घंटे काम करके इस यज्ञ में सहयोग किया। लेकिन कुछ बैंकों में गलत हुआ। ऐसे दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ये की घोषणाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान कई घोषणाएं भी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो नई योजनाएं चलाई जाएगी। नए वर्ष में दो लाख रुपए तक के आवास कर्ज पर तीन प्रतिशत छूट दी जाएगी। वहीं नौ लाख रुपए तक के आवास कर्ज पर चार प्रतिशत की छूट दी जाएगी। गांवों में बनने वाले घरों में 33 प्रतिशत तक इजाफा किया जाएगा। रबी व खरीफ फसल की बुवाई के लिए कर्ज लेने वाले किसानों को 60 दिन के ब्याज से राहत दी जाएगी। इस ब्याज को सरकार वहन करेगी और राशि सीधे किसानों के खातों मे जमा करवाई जाएगी। छोटे कारोबारियों के लिए दो करोड़ तक के ऋण की के्रडिट गारंटी सरकार लेगी। वहीं गमर्भवती महिलाओं के लिए छह हजार की आर्थिक सहायता दी जाएगी। जो सीधे महिलाओं के खाते में जमा किए जाएंगे। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के साढ़े सात लाख रुपए तक की राशि पर दस साल के लिए प्रतिवर्ष आठ प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा।
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि ‘कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, इसे देशवासियों ने जी कर दिखाया।Ó उन्होंने कहा कि अगर आज लाल बहादुर शास्त्री, लोहिया जी और जेपी जी होते तो देशवासियों को इसके लिए आशीर्वाद देते। उन्होंने काले धन को समाज के नासूर बताते हुए कहा कि यह सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लौटाने के वातावरण तैयार करने के पक्ष में है। अब आदतन बेइमानों को भी ईमानदारी से काम करना होगा।