यहां सबूत सार्वजनिक करने की मांग, वहां दावा किया कि – लाशों को ट्रकों में भरकर ले जाया गया
अर्थन्यूज नेटवर्क
उड़ी में आतंकी हमले के बाद भारत ने जब पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। वहां आतंकी कैम्पों को नष्ट किया गया इस दौरान कई आतंकवादी मारे गए। उसके बाद जब सर्जिकल स्ट्राइक की बात सामने आई तो पूरा देश तथा पक्ष-विपक्ष सभी देश की सेना के साथ खड़ी हो गई। इस दौरान कई लोग फिर राजनीति करने से नहीं चूके। जैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वीडियो जारी कर भारत सरकार से सबूत मांगे। उसके बाद राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी सबूत सार्वजनिक करने की मांग उठाई। इधर, उन्हीं की पार्टी पल्ला झाड़ती दिखी। प्रदेश प्रभारी गुरुदास कामत ने कहा कि पार्टी की ओर से सोनिया गांधी और राहुल गांधी बयान जारी कर चुके है। जिसमें सरकार व सेना की सराहना की गई है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किया गया ट्वीट
NDA govt had announced after the #strikes that the entire operation has been filmed by drones and the operation has been recorded on cameras
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2016
If the Government cannot make the videos public for security reasons, they must at least show them to the leaders of main opposition parties
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 4, 2016
ट्रकों में लाशें भरकर ले जाई गई थी
इधर, पीओके में भारतीय सेना द्वारा की गयी सर्जिकल स्ट्राइक से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आयी है, जिसके बाद पाकिस्तान बेनकाब हो रहा है। पहली बार एलओसी के पार रहने वाले कुछ ऐसे लोग सामने आए जिन्होंने दाव किया है कि उन्होंने पीओके में भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के नतीजों को देखा है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक आर्मी द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों को 29 सितंबर की सुबह ट्रकों में भरकर दफनाने के लिए ले जाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान वहां पर हुई भारी गोलाबारी की आवाज भी उन्हें सुनाई दी थी।
पाकिस्तान लगातार कर रहा है मना
पाकिस्तान लगातार इस बात से इनकार करता हुआ आ रहा कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं। हालांकि, उन लोगों का मानना है कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों को उतना नुकसान नहीं हुआ जितना भारतीय सेना और मीडिया द्वारा बताया जा रहा है। पहली बार चश्मदीदों ने इस सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए उन जगहों की डिटेल्स भी बताई है जहां यह स्ट्राइक हुई, जिस पर अभी तक भारत सरकार और पाकिस्तान ने कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। एक चश्मदीद के अनुसार जिहादियों के ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है। और इस दौरान भारी गोली-बारी हुई जिसमें 38 से 50 आंतकी मारे गए। हालांकि आतंकियों के मरने की संख्या ना तो पाकिस्तान की ओर से पुख्ता की गई और ना ही भारत से इस सार्वजनिक किया है।