कठोर कदम : पहली बार पीओके में घुसकर मार गिराए आतंकी
उरी हमले के बाद एलओसी पर बने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के मद्देनजर पीएम मोदी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्युरिटी की हैं। इसके बाद डीजीएमओ ने प्रेस वार्ता कर कहा कि – खूफिया सूचना के आधार पर हमें पता लगा है कि कुछ आतंकी एलओसी पर मौजूद हैं। उनका मकसद भारत में घुसपैठ कर आतंकी हमले करना है। इस आधार पर इंडियन आर्मी ने वहां कल रात सर्जिकल स्ट्राइक किया था। हमने सुनिश्चित किया था कि ये आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब न हों। काउंटर ऑपरेशंस में काफी नुकसान पहुंचा है। आतंकियों को नेस्तनाबूद करने का यह ऑपरेशन अभी रुका हुआ है। इसे दोबारा चलाने का अभी कोई प्लान नहीं है।
माना जा रहा है कि एक घंटे से भी कम वक्त में इंडियन आर्मी ने वहां 38 आतंकी मार गिराए। इस खुलासे के बाद सकते में आए पाक के पीएम नवाज शरीफ ने कहा कि भारत इसे हमारी कमजोरी न समझे।
कार्रवाई पूरी करने के बाद पाक को दी सूचना
इंडियन आर्मी ने बताया कि उन्होंने पाक के डीजीएमओ से बात कर कल रात हुए सर्जिकल ऑपरेशन के बारे में बता दिया है। भारत इस क्षेत्र में अमन चाहता है। लेकिन हम नहीं चाहते कि एलओसी पर खतरा पैदा हो और हमारे देश के लोगों की जान खतरे में पड़े। पाक जनवरी 2004 के अपने वादे पर कायम रहे। हम उम्मीद करते हैं कि पाक आर्मी हमारे साथ कोपरेट करेगी और इस रीजन से आतंकवाद का खात्मा करने की दिशा में मदद करेगी।
वर्ष 2003 में हुआ था सीजफायर एग्रीमेंट
भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर एग्रीमेंट नवंबर 2003 में हुआ था। दोनों देशों के बीच तय हुआ था कि बॉर्डर और एलओसी पर फायरिंग नहीं होगी। लेकिन पाकिस्तान ने हर साल कई बार सीजफायर तोड़ा है। इससे पहले 1949 में कराची एग्रीमेंट के बाद सीजफायर लागू हुआ था। बाद में, वाजपेयी सरकार ने 2003 में दोबारा सीजफायर लागू हुआ था।