पीएम मोदी के दौरे को लेकर अब कर्मचारियों की गोपनीय रणनीति, भूमिगत होकर कर रहे काम…
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
भीनमाल में किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर पिछले बारह दिन से चल रहे धरने को समझौता वार्ता के जरिए सुलझाकर सरकार सुकून की सांस ले रही हैं, लेकिन मंत्रालयिक कर्मचारी यूनियन के नेताओं की ओर से गोपनीय बैठक में लिए निर्णय के बाद शायद फिर से खुफिया एजेंसियों की भागदौड़ शुरू होने वाली है। इसको लेकर कर्मचारी नेता भूमिगत होकर इस रणनीति पर काम कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी महासंघ के बैनरतले पिछले कई दिनों से तीन सूत्री मांगों को लेकर कार्य का बहिष्कार किया जा रहा है। लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल नहीं हो पाई है। ऐसे में जिला स्तरीय पदाधिकारियों ने गोपनीय बैठक कर प्रधानमंत्री के उदयपुर यात्रा के दौरान सैकड़ों की तादाद में उदयपुर पहुंचकर ज्ञापन देने का निर्णय किया है। इसके लिए जिला मुख्यालय से 300 व विभिन्न तहसीलों से 450 सहित कुल 750 मंत्रालयिक कर्मचारी उदयपुर जाएंगे। इसके लिए 200 कर्मचारियों ने उदयपुर के लिए प्रस्थान कर लिया है।
भूमिगत होकर लगे काम में
महासंघ के कर्मचारियों की मानें तो मंत्रालयिक कर्मचारियों को उदयपुर जाने से रोकने के लिए सीआईडी प्रयास कर सकती है। ऐसे में कर्मचारी नेता भूमिगत होकर संघ के निर्देशन में कार्य को अंजाम दे रहे हैं। इसके तहत ज्यादा से ज्यादा कर्मचारियों को उदयपुर ले जाने की रणनीति पर काम हो रहा है। कर्मचारी नेताओं के अनुसार उदयपुर जानें से रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। ऐसे में सभी कर्मचारी नेता गोपनीय स्थान पर रुके हुए हैं और भूमिगत होकर काम कर रहे हैं।
मंत्रालयिक कर्मचारियों से अटके काम
इधर, मंत्रालयिक कर्मचारियों की ओर से किए जा रहे कार्य बहिष्कार से कई विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। हड़ताल के कारण विभागीय कार्यों के लिए लोगों को पिछले कई दिनों से चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।