अब विपक्षी पार्टियों का बनेगा महागठबंधन, यह है वजह…
नई दिल्ली @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
राष्ट्रपति चुनाव के पूर्व विपक्ष को एकजुट करने की तैयारियां बड़ी तेजी के साथ शुरू हो गई है। इस प्रयास में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निभा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एक महागठबंधन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस गठबंधन में सभी विपक्षी दलों और क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने का प्रयास बड़े पैमाने पर शुरू हो गया है। उड़ीसा, पश्चिम, बंगाल, तमिलनाडु और अन्य राज्यों में जहां क्षेत्रीय दल भी प्रभावी हैं। क्षेत्रीय दलों को भी भारतीय जनता पार्टी का भय उत्पन्न हो गया है। वह भी महागठबंधन में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं।
सूत्रों के अनुसार कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को महागठबंधन का अध्यक्ष बनाने और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर सहमति बनती नजर आ रही है। राष्ट्रपति चुनाव की चर्चा को लेकर नीतीश कुमार सोनिया गांधी की चर्चा पूर्व में हो चुकी है। इसके बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी सोनिया गांधी से मिलकर चर्चा कर चुके हैं। जद-यू के नेता शरद यादव, लालू प्रसाद यादव लगातार इस महागठबंधन के लिए सक्रिय हैं। विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में सर्वसम्मत नाम की सहमति को लेकर भी चर्चाएं अंतिम दौर में होने की बात कही जा रही है। विपक्षी दल हर हालत में महागठबंधन बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। जिन क्षेत्रीय एवं विपक्षी राजनीतिक दलों के बीच क्षेत्रीय स्तर पर सामंजस्य नहीं है। उनके बीच में वरिष्ठ विपक्षी नेता सामंजस्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं।