84वां वायुसेना दिवस : प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
हिंडन एयरबेस गाजियाबाद पर इंडियन एयरफोर्स ने 84वां फाउंडेशन दिवस मनाया। 84वें दिवस पर भारत ने पहली बार देशी फाइटर जेट विमान तेजस की ताकत दिखाई। कार्यक्रम की शुरुआत में पैराजंपर्स ने आठ हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगाई। सचिन तेंदुलकर, एयरफोर्स चीफ अरूप राहा के अलावा आर्मी और नेवी चीफ भी मौजूद रहे। सचिन तेंदुलकर एयरफोर्स में गु्रप कैप्टन की पोस्ट पर हैं। नरेंद्र मोदी ने ट्वीट पर बधाई दी है। फ्लाई पास्ट में सुखोई, मिराज, जगुआर, मिग-21 के साथ तेजस फाइटर जेट ने भी पहली बार हिस्सा लिया। 83 से ज्यादा साल पुराने विंटेज एयरक्राफ्ट टाइगर मोथ ने भी उड़ान भरकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। बाद में एयरफोर्स चीफ ने सैनिकों को अवॉर्ड दिए, एयर वॉरियर ड्रिल टीम ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया।
पहली बार एयरफोर्स में शामिल हुआ तेजस
तेजस को 1 जुलाई 2016 को एयरफोर्स में 2 तेजस एयरक्राफ्ट को शामिल किया गया था। तेजस के पहले स्क्वाड्रन को 2 साल तक बैंगलोर में रखा जाएगा। फिर इसे तमिलनाडु शिफ्ट किया जाएगा। वहीं तेजस यानी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को मैनेज करने के लिए 1984 में एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी बनाई गई थी। तेजस ने 15 साल पहले 4 जनवरी 2001 को पहली उड़ान भरी थी। तब से वायु सेना में शामिल होने तक यह कुल 3184 बार उड़ान भर चुका है। तेजस 50 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। तेजस की सबसे अहम ताकत यह है कि तेजस राडार की पकड़ में नहीं आता है। जिससे तेजस हमला करने को तैयार होगा तो दुश्मन को इसकी भनक तक नहीं लग पाएगी।