जब कॉलेज में बिगडऩे लगी पढ़ाई, तो भूख हड़ताल पर बैठ गए एबीवीपी कार्यकर्ता
जालोर. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पिछले काफी समय से रिक्त चल रहे दो तिहाई पदों का सृजन नहीं हो पाया तो यहां शिक्षण भी गड़बड़ाने लगी। कई बार प्रशासन और सरकार तक ज्ञापन भेजने के बावजूद जब समस्या का समाधान नहीं हुआ तो छात्र हितों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठ गए।
एबीवीपी जिला संयोजक मुकेश राजपुरोहित ने बताया कि महाविद्यालय में कुल स्वीकृत 40 पदों में से 27 पद रिक्त चल रहे हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई चौपट हो रही है। ऐसे में विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम भी प्रभावित हो रहा है। खास कर विज्ञान व वाणिज्य वर्ग के विद्यार्थियों को रिक्त पदों के कारण खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस सम्बंध में पूर्व में भी कई बार लिखित में कॉलेज प्रशासन, जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार को अवगत कराया, लेकिन अब तक कोई हल नहीं निकल पाया है। ऐसे में मजबूरन एबीवीपी को छात्र हितों में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करनी पड़ी। छात्रसंघ महासचिव हुक्मीचंद सोलंकी ने बताया कि महाविद्यालय में जिले के दूर-दराज के गांवों से विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं, लेकिन रिक्त पदों के चलते उनकी उम्मीद टूट रही है। बुधवार को एबीवीपी जिला संयोजक मुकेश राजपुरोहित, महासचिव हुक्मीचंद सोलंकी, धीरजकरणसिंह, भीखाराम बिश्नोई व जोगेश सेन भूख हड़ताल पर बैठे। इस दौरान अमित व्यास, हीनल व्यास, रतन सुथार सहित महाविद्यालय के कई छात्र मौजूद रहे।