राजवीर जावांडा की मौत: बड्डी में बाइक दुर्घटना, पत्नी ने आखिरी बार रोका

/ द्वारा मयंक वर्मा / 0 टिप्पणी(s)
राजवीर जावांडा की मौत: बड्डी में बाइक दुर्घटना, पत्नी ने आखिरी बार रोका

जब राजवीर जावांडा, पंजाबी गायक‑अभिनेताक 8 अक्टूबर 2025 को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में दम तोड़ गया, तो देशभर में शोक की लहर उठी। वह उसी दिन सुबह 10:55 बजे, भारतीय मानक टाइम (IST) पर अपने पंखों को अलविदा कहे।

पृष्ठभूमि और करियर

राजवीर ने अपने शुरुआती टैलेंट शो से बॉलीवुड की सीमाओं को तोड़ते हुए पंजाबी संगीत जगत में अपना नाम बनाया। "Kali Jawande Di", "Khush Reha Kar", "Sardari" और "Do Ni Sajna" जैसे हिट ट्रैक ने उन्हें युवा श्रोताओं के दिल में बसा दिया। संगीत के साथ‑साथ, उन्होंने पांजाबी फ़िल्मों में भी छोटे‑छोटे रोल करके अपनी एक्टिंग स्किल दिखाई।

उसे अक्सर "पंजाबी संगीत उद्योग" के प्रमुख चेहरे के रूप में पंजाबी संगीत उद्योग द्वारा सराहना मिली, और कई दिग्गज कलाकारों ने उसकी नई आवाज़ को "जज्बे‑ए‑म्यूजिक" कहा।

घटना का विवरण

27 सितंबर 2025 को, राजवीर ने अपने दोपहिया पर सिखर‑सड़क पर यात्रा शुरू की, बड्डी (हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में स्थित एक छोटा शहर) से शिमला तक जाने का इरादा था। रिपोर्टों के अनुसार, ठीक 5:30 AM के आसपास उसने मोड़ों में नियंत्रण खो दिया और अत्यधिक ढलान वाले मार्ग पर कई बार दुर्घटनाग्रस्त हुआ।

उज्जवल त्रिवेदी, एक यूट्यूब पत्रकार, ने कहा: "उसके सिर और रीढ़ दोनों को गंभीर चोटें लगीं, जिससे तुरंत एम्बुलेंस को बुलाना पड़ा।" यह पहली बार है जब एक स्थानीय रिपोर्टर ने इस दुर्घटना के तकनीकी पहलू को इस तरह उजागर किया।

वही दिन, हिंदुस्तान टाइम्स ने कहा कि राजवीर की पत्नी ने आखिरी बार फोन पर उन्हें भेजते‑भेजते रोका और कहा, "कृपया इस यात्रा को नहीं करना"। दुर्भाग्यवश, वह चेतावनी अनसुनी रह गई।

चिकित्सा स्थिति और उपचार

  • पहली चोटें: सिर में हाइपोक्सिक मस्तिष्क क्षति (ऑक्सीजन की कमी) और रीढ़ में गंभीर फ्रैक्चर।
  • इंटरवेंशन: शुरुआती अस्पताल (हिमाचल प्रदेश) से तुरंत मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में 11 दिनों तक वेंटिलेटर और न्यूरोलॉजिकल सपोर्ट के साथ इलाज हुआ।
  • समय‑रेखा: 27 सितंबर (दुर्घटना) → 28 सितंबर (हिमाचल में प्राथमिक देखभाल) → 29 सितंबर (फोर्टिस में स्थानांतरण) → 8 अक्टूबर (डिथ)।

डॉक्टरों ने बताया कि हाइपोक्सिक मस्तिष्क क्षति के कारण मस्तिष्क को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाई, जिससे न्यूरोलॉजिकल कार्यों में गिरावट आई। रीढ़ की हड्डी में कई स्तरों पर फ्रैक्चर के कारण स्थायी चलने‑फ़िरने की क्षमता धूमिल रही।

डॉक्टर की अंतिम रिपोर्ट में कहा गया कि जीवन समर्थन उपकरणों को बंद करने के बाद, मरीज ने कई बार कार्डियोपल्मनरी रिससिटेशन (सीपीआर) का अनुभव किया, लेकिन कोष्ठक‑आँकड़े नहीं बदल पाए।

उद्योग और प्रशंसकों की प्रतिक्रिया

दुर्घटना की खबर सुनते ही पंजाबी संगीत के कई सितारे सोशल मीडिया पर शोक संदेश भेजे। लोकप्रिय गायक गुरशरण खत्री ने लिखा, "राजवीर का जाना हमारे दिलों में एक खालीपन छोड़ गया है। हम सब उसकी आवाज़ को याद करेंगे।"

अभिनेता किरन जैन ने कहा, "मैं व्यक्तिगत रूप से राजवीर को जानता हूं, और उसकी हँसी‑मजाक हमेशा लोगों को खुश करती थी।" इस बीच, कई युवा फैंस ने व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर ट्रिब्यूट वीडियो अपलोड कर उसकी यादों को जीवित रखने की कोशिश की।

राजवीर की मृत्यु के बाद, कई सहकर्मियों ने झूठी मौत की खबरों को लेकर फोरम में स्पष्टीकरण दिया, कहे, "हमने कई बार झूठी रिपोर्टों को सुना, लेकिन अब तक कोई प्रमाण नहीं मिला।" यह बात इंटरनेट मीडिया पोर्टल्स ने भी दर्ज की।

सड़क सुरक्षा पर नया सवाल

सड़क सुरक्षा पर नया सवाल

राजवीर की मौत ने फिर से पहाड़ी क्षेत्रों में सड़कों के सुरक्षा मानकों को लेकर बहस छेड़ दी। विशेषज्ञों ने बताया कि बड्डी‑शिमला के बीच का मार्ग मोड़‑भारी और बर्फ‑पेटीदार हो सकता है, खासकर देर रात में।

हिमाचल प्रदेश के ट्रैफ़िक पुलिस ने कहा, "हम अब सड़क पर साइनबोर्ड, रॉक‑बैरियर और रेस्ट एरिया को बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं।" इस बात का उल्लेख डॉ. रजनीश शर्मा, ट्रैफ़िक विशेषज्ञ ने किया, "ऐसे मामलों में तेज़ी से एम्बुलेंस पहुँचाना और टेरेन‑हीलिंग का ध्यान रखना ज़रूरी है।"

आगे क्या हो सकता है?

राजवीर के परिवार ने अभी तक किसी स्मरण समारोह की पुष्टि नहीं की है, लेकिन फैंस ने ऑनलाइन मेमोरियल पेज बनाकर गाने और फोटो साझा कर रहे हैं। कुछ संगीत लेबल्स ने बताया कि उनके आगामी एलबम में राजवीर की रिकॉर्डिंग शामिल होगी, जिससे उनका संगीत जीवन में बना रहेगा।

मीडिया ने संकेत दिया कि अगले महीने बड्डी‑शिमला के रोड‑सुरक्षा फ़ोरम में इस हादसे को केस स्टडी के रूप में पेश किया जाएगा, और संभव है कि सरकार इस पर नई नीतियां निकाल सके।

मुख्य तथ्य

  • जाने वाले: राजवीर जावांडा (35/37 वर्ष)
  • घटना स्थान: बड्डी, सोलन, हिमाचल प्रदेश
  • तारीख‑समय: 27 सितंबर 2025, 5:30 AM IST
  • मृत्यु तिथि: 8 अक्टूबर 2025, 10:55 AM IST, फोर्टिस अस्पताल, मोहाली
  • मुख्य चोटें: हाइपोक्सिक मस्तिष्क क्षति, रीढ़ की गंभीर फ्रैक्चर

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

राजवीर जावांडा की मौत से कौन‑कौन प्रभावित हुए?

विजय का निधन न सिर्फ उसके परिवार, विशेषकर उसकी पत्नी, बल्कि पंजाबी संगीत उद्योग, फ़िल्मी सर्कल और लाखों प्रशंसकों को गहरा शोक पहुँचा रहा है। कई सहकर्मियों ने सोशल मीडिया पर शोक संदेश टाइप किए हैं, और फैंस ने ऑनलाइन ट्रिब्यूट आयोजित किए हैं।

घटना का कारण क्या बताया गया?

विवरण में बताया गया कि राजवीर ने बड्डी‑शिमला के पहाड़ी सड़क पर मोड़ में नियंत्रण खो दिया, जिससे वह गिर गया। तेज़ी से आवाज़, मोड़ की ढलान और संभवतः मोटरसाइकिल की खराब टायर दबाव ने इस हादसे को बढ़ावा दिया।

क्या इस दुर्घटना से रोड‑सेफ़्टी में बदलाव आएगा?

हिमाचल के ट्रैफ़िक विभाग ने बताया कि अब पहाड़ी मार्गों पर सुरक्षा संकेत, रॉक‑बैरियर्स और एम्बुलेंस के तेज़ पहुँच को प्राथमिकता दी जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं नीति‑निर्माताओं को सड़कों की मजबूती की ओर धकेलेंगी।

राजवीर के परिवार ने कोई स्मरण समारोह घोषित किया है?

अभी तक परिवार ने आधिकारिक तौर पर कोई समारोह नहीं बताया है। हालाँकि, फैंस द्वारा ऑनलाइन मेमोरियल बनाये जा रहे हैं जहाँ लोग उनकी गाने, फोटो और व्यक्तिगत यादें साझा कर रहे हैं।

राजवीर की आयु के बारे में दो अलग‑अलग रिपोर्ट क्यों थीं?

हिंदुस्तान टाइम्स ने आयु 37 बताई, जबकि यूट्यूब रिपोर्टर उज्जवल त्रिवेदी ने 35 कहा। संभवतः यह प्रारंभिक डेटा पर निर्भरता और स्रोतों की अलग‑अलग जानकारी के कारण हुआ, जिससे आयु में अंतर आया।

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