सियाणा की बेटी ने रोशन किया नाम, एशियन शॉटगन चैम्पियनशिप में जीते दो मेडल
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
जिले के सियाणा गांव की युवा शॉटगन निशानेबाज महेश्वरी चौहान ने एशियन शॉटगन चैम्पियनशिप में दो मेडल जीत कर जिले का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। महेश्वरी ने व्यक्तिगत मुकाबले में कांस्य एवं टीम इवेंट में रजत पदक जीता है। इसके साथ ही टॉप इंटरनेशनल काम्पीटिशन में स्कीट का व्यक्तिगत पदक जीतने वाली महेश्वरी चौहान पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं।
कजाखस्तान में आयोजित एशियन शॉटगन चैम्पियनशिप में आयोजित टीम इवेंट में महेश्वरी, रश्मि राठौर व सानिया शेख ने कुल 190 निशान सटीक लगाए। इस प्रतियोगिता में वे दूसरे स्थान पर रही। जबकि चीन की टीम 195 निशानों के साथ पहले स्थान पर रही। मेजबान कजाखस्तान की टीम 185 शॉट के साथ तीसरे स्थान पर रही।
75 में से 68 निशाने सटीक, क्वालिफाई राउंड में टॉप
प्रतियोगिता के क्वालिफाई राउंड में महेश्वरी ने 75 में से 68 निशाने सटीक लगाए। इससे वह 22 निशानेबाजों में टॉप रहीं। फाइनल राउंड में मेडल के लिए छह निशानेबाज दौड़ में थे। इनमें ओलिंपिक फाइनलिस्ट चीन की मेंग वेई और वल्र्ड कप गोल्ड मेडलिस्ट थाइलैंड की सुतिया जीवचैलोएमिट शामिल थीं। मेंग की इस समय विश्व रैंकिंग चौथी और सुतिया की पांचवीं है। फाइनल में महेश्वरी ने 40 सही निशाने लगाकर कांस्य पदक जीता।
दादा रहे जिला प्रमुख, पिता व मां प्रधान रहे
युवा निशानेबाज महेश्वरी चौहान के परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी काफी अच्छी रही है। इनके दादा स्व. गणपतसिंह चौहान दो बार जिला प्रमुख रहे। जबकि पिता प्रदीपसिंह चौहान व माता हेमंत कंवर एक-एक बार प्रधान रहे। वर्तमान में उनके पिता जिला परिषद सदस्य है।
देश का नाम रोशन करेगी
महेश्वरी की सफलता से काफी खुशी है। उसने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है। सालों की मेहनत का उसे फल रहा है। उम्मीद है वह आगे व जिले व देश का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन करेगी।
-प्रदीपसिंह चौहान, महेश्वरी के पिता