दलित बेटी की घोड़ी पर निकली बंदोली, धमकियां मिली तो दलितों ने शुरू किया आंदोलन
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
जिले के मांडवला गांव में बीते दिनों दलित बेटी की घोड़ी पर बंदोली निकालना कुछ समाजकंटकों को इतना ज्यादा अखर रहा है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर दुल्हन के पिता व परिजनों को धमकाना शुरू कर दिया। इधर, इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर अब मेघवाल समाज के लोग जिलेभर में एकजुट होने लगे हैं। जिले के विभिन्न हिस्सों के साथ ही इसका असर अब बाड़मेर, बारां, जोधपुर व सिरोही जिलों में भी नजर आने लगा है। मेघवाल समाज के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री व गृहमंत्री को लगातार ज्ञापन भेजकर समाजकंटकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग जोर पकडऩे लगी है।
मांडवला प्रकरण को लेकर शुक्रवार को रानीवाड़ा, सांचौर व आहोर में मेघवाल समाज के लोगों ने उपखंड अधिकारी को गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। वहीं बारां, जोधपुर व सिरोही में भी मेघवाल समाज के लोग एकजुट हो रहे हैं। जबकि इससे पहले बालोतरा, भीनमाल, जालोर में भी मेघवाल समाज के लोग ज्ञापन दे चुके हैं। फिलहाल, इस मामले में किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।
यह है मामला
मांडवला निवासी भगवानाराम मेघवाल की बेटी की गत दिनों शादी थी। इस दौरान परिजनों की ओर से घोड़ी पर बंदोली निकाली गई थी। यह बात कुछ समाजकंटकों को इतनी बुरी लगी कि उन्होंने उन्होंने भगवानाराम के परिजनों को सोशल मीडिया पर धमकियां देने के साथ ही जातिसूचक व अपमानजनक टिप्पणियां शुरू कर दी। इस सम्बंध में पीडि़त परिवार की ओर से पुलिस व प्रशासन में शिकायत के बावजूद जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो मेघवाल समाज में आक्रोश बढऩे लग गया। इसके बाद जिलेभर में इसकी भत्र्सना होने के साथ ही गृहमंत्री व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे जाने शुरू हुए।