वात्सल्य में उमड़ी महिलाएं, सैकड़ों ने ली शपथ
जालोर. पूर्व विधायक जीवाराम चौधरी ने कहा कि मां और शिशु की उचित देखभाल व जन्म पर टीकाकरण वर्तमान में मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जरूरी है। मां का पहला दूध शिशु के लिए अमृत समान हैं। वे बुधवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय की बाडमेर-सिरोही मीडिया इकाई की ओर से जिला प्रशासन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, आयुर्वेद विभाग, शिक्षा विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग व नेहरू युवा केन्द्र के सहयोग से हाड़ेचा में मां व शिशु स्वास्थ्य पर आयोजित जागरुकता कार्यक्रम वात्सल्य को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक मां को अपने शिशु को कम से कम 6 माह तक स्तनपान करवाना अत्यन्त आवश्यक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चितलवाना प्रधान हनुमानप्रसाद भादू ने ग्रामीणों को जागरूक होकर सरकार की ओर से चलाई जा रही मां व शिशु सम्बन्धित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का अधिकाधिक लाभ लेने की अपील की। सांचौर उपखण्ड अधिकारी केशव मिश्रा ने स्व’छ भारत अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक नागरिक से शौचालय निर्माण कर उसका नियमित उपयोग करने की अपील की। हाड़ेचा सरपंच करणसिंह ने स्व’छ भारत अभियान के तहत सभी घरों में शौचालय निर्माण की अपील करते हुए खुले में शौच जाने की प्रवृत्ति त्यागने का ग्रामीणों से आह्वान किया। ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी पी.आर. बौरा ने बेटियों के राजश्री योजना के बारे में जानकारी देकर लाभ लेने की अपील की। हाड़ेचा चिकित्सा प्रभारी अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि गर्भवती महिला का संस्थागत प्रसव करवाना चाहिए। उन्होंने माताओं से अपील की कि मां को छह माह तक अपने शिशु को केवल स्तनपान कराना चाहिए। बाहर का आहार नहीं देना चाहिए। आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ. जालम गिरी ने दैनिक दिनचर्या, सन्तुलित भोजन का महत्व व योग के महत्व पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। पंचायत समिति सदस्य चुन्नीलाल पुरोहित ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना के अन्तर्गत बेटियों को अ’छी शिक्षा देकर उनको आत्मनिर्भर बनाने की अपील की। महिला पर्यवेक्षक भगवती शर्मा ने गर्भवती महिलाओं को सन्तुलित भोजन व नियमित जांच करवाने की अपील करते हुए किशोरी बालिकाओं को मासिक धर्म के दौरान स्व’छता रखने की बात कही। कार्यक्रम में राजस्थान लोक कला मण्डल बाडमेर द्वारा स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विषय पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। इस दौरान कार्यक्रम में भाग लेने आई सैकड़ों महिलाओं ने स्व’छता की शपथ ली।