जालोर : यहां चार गावों के प्रतिनिधियों की राय से खुलते हैं बांध के गेट, जानिए इतना छोड़ा पानी…
जालोर. जिले में एक बांध ऐसा भी हैं, जहां बांध से पानी छोडऩे से पहले प्रशासन व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ चार गांवों के प्रतिनिधि भी राय देते हैं। जी हां, सोमवार को उपखंड अधिकारी प्रकाशचंद्र अग्रवाल की मौजूदगी में चवरछा बांध का पानी छोड़ा गया। इससे पहले उपखंड अधिकारी की अध्यक्षता में चरवछा ग्राम पंचायत में बैठक आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से चवरछा, हरजी, मणाधर व जुबलीगंज के गणमान्य लोगों ने बांध का पानी छोडऩे का प्रस्ताव पारित किया। इस मौके सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता बी.एल. माथुर, कनिष्ठ अभियंता दयालसिंह, चवरछा सरपंच प्रतिनिधि मोहनसिंह राजपुरोहित, खेताराम प्रजापत, मणाधर उप सरपंच भंवरलाल, किशनलाल गुड़ाबालोतान, रूपाराम, भीमाराम, जेपाराम मणाधर, पूनमाराम जुबलीगंज, चुन्नीलाल जुबलीगंज, कानाराम जुबलीगंज व मेट मोहनलाल मौजूद रहे। गौरतलब है कि बांध का कुल गेज 4.25 फीट है, जबकि वर्तमान में जल भराव 2.75 फीट तक है। वहीं जल उपलब्धता 93.96 एफसीएफटी है। बांध से हर रोज 10 एफसीएफटी पानी छोड़ा जाएगा। इस बांध का पानी बुड़तरा से छीपरवाड़ा गांव होता हुआ जवाई नदी में मिलता है।
ग्रामीण बोले-जल्दी छोड़े पानी
दरअसल, चवरछा बांध का कैचमेंट एरिया मणाधर, हरजी से लेकर जुबलीगंज गांव तक लगता है। करीब आठ किमी लम्बे बांध के कैचमेंट एरिया में इन गांवों के किसानों की पेटाकाश्त होती है। हालांकि यह पानी क्षारीय है। ऐसे में इससे सिंचाई या पेयजल के लिए उपयोग नहीं होता। लेकिन इससे पेटाकाश्त की खेती अच्छी हो जाती है। यही वजह है कि ग्रामीणों ने हर साल २० सितम्बर तक बांध का पानी छोडऩे की मांग की। ताकि समय रहते खेती कर सके। जिस पर उपखंड अधिकारी ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया।