मेजर दलपतसिंह देवली को सदियों तक याद किया जाएगा : जनार्दनसिंह
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
मेजर दलपतसिंह देवली ने हैफा में अपने शौर्य के बूते जीत का परचम फहराकर देश के साथ ही समाज का नाम भी रोशन किया है। उन्हें भारतीय इतिहास में सदियों तक याद किया जाएगा। यह बात राजस्थान सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री व अंतरराष्ट्रीय कबड्डी महासंघ के अध्यक्ष जनार्दनसिंह ने कही। वे शुक्रवार को हैफा हीरो मेजर दलपतसिंह शेखावत देवली के ९८वें बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में जिला रावणा राजपूत महासभा एवं युवा महासभा जालोर के तत्वावधान मलकेश्वर मठ में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के नाते सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में आजादी के बाद विधानसभा में रावणा राजपूत समाज से उन्होंनेे अकेले ने प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन आज के समय में समाज में जो एकता का माहौल बना है। उससे आने वाले समय में समाज से दस विधायक बनकर राजनीतिक प्रतिनिधित्व करेंगे। उन्होंने दलपतसिंह देवली की जीवनी पर व्याख्यान देते हुए कहा कि समाज के युवाओं को उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद के दक्षिण प्रांतीय संगठन मंत्री विक्रमसिंह भाटी ने कहा कि मेजर दलपतसिंह देवली समाज के सच्चे सपूत थे। उनके दिल में देशभक्ति का जो जज्बा था वो हर समाजबंधु में होना चाहिए। उन्होंने बलिदान दिवस पर समाजबंधुओं की सहभागिता को देखते हुए कहा कि आज जो समाज में माहौल बना है। उससे आने वाले समय में समाज को राजनीतिक लाभ होगा। समाज को हमेशा ऐसी ही एकजुटता बनाए रखनी होगी। आहोर विधायक शंकरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि वर्तमान में रावणा राजपूत समाज में जागरुकता आ रही है। इस जागरुकता का ही परिणाम है कि आज इस समारोह में समाजबंधु बढ़ चढ़ कर भाग ले रहे हैं। वे समाज के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर है और हरसंभव सहयोग देंगे। सांचौर विधायक सुखराम बिश्नोई ने कहा कि समाज को विकास को लिए शिक्षा की महत्ती जरूरत है। लिहाजा, समाज में शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही नशे जैसी कुरीतियों का उन्मूलन करना होगा। विशिष्ट अतिथि के नाते मौजूद रावणा राजपूत समाज अजमेर के जिलाध्यक्ष शंकरसिंह ने कहा कि मेजर दलपतसिंह देवली ने अपने अदम्य शौर्य के बूते हैफा में भारतीय सेना को जीत दिलाई थी। आज इजरायल के पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी शामिल है। इसी तर्ज पर भारत में भी पाठ्यक्रम में उनकी जीवन प्रसंग को शामिल करना चाहिए। उन्होंने समाज के इतिहास को सुधारकर सही मायने में आगे लाने की जरूरत बताई। कार्यक्रम को रानीवाड़ा विधायक नारायणसिंह देवल, कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेंद्र सांखला ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के बाद भोजन प्रसादी का आयोजन भी किया गया।
संतों का रहा सान्निध्य
कार्यक्रम में संत महामंडलेश्वर संतोष भारती भाद्राजून, महंत सुंदरगिरी रतनपुरा धोरा, संत गिरधरगिरी भैरू गुफा सुंधा पर्वत, संत सागरनाथ डांगरा का सान्निध्य रहा। वहीं जिलेभर से हजारों समाजबंधुओं ने कार्यक्रम में भाग लिया।
अतिथियों का सम्मान
समारोह के तहत सुबह से ही जिले के दूर-दराज के गांव-कस्बों से समाजबंधुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। इस दौरान आयोजित जनसभा में जिला रावणा राजपूत महासभा एवं युवा महासभा जालोर की ओर से सम्मान किया गया।
शोभायात्रा में भगवे से अटी सड़कें
जनसभा के बाद दोपहर में शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें समाजबंधु भगवा साफा पहने हाथों में भगवा पताकाएं लिए शामिल हुए। शोभायात्रा में उमड़े अथाव जनसमूह से माहौल देखते ही बन रहा था। मलकेश्वर मठ से लेकर एस.आर. पेट्रोल पम्प तक हर तरफ सिर्फ भगवा रंग ही नजर आ रहा था। हाथी-घोड़ों व ऊंटों पर सजी आकर्षक झांकियां हर किसी का ध्यान बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। वहीं देशभक्ति तरानों व मेजर दलपतसिंह देवली के जयकारों से माहौल गूंजायमान हो रहा था। शोभायात्रा के दौरान युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। वहीं बच्चों, महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक देशभक्ति के जज्बे से लबरेज नजर आ रहे थे। शोभायात्रा मलकेश्वर मठ स्थित गुरुकुल प्रांगण से रवाना होकर अस्तपाल चौराहा, एसआर पेट्रोल पम्प, वन-वे रोड, कचहरी, आहोर चौराहा, कॉलेज चौराहा होते हुए पुन: गुरुकुल मैदान पहुंच कर समाप्त हुई।
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा
शोभायात्रा के दौरान रावणा राजपूत समाज ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मेजर दलपतसिंह देवली की जीवनी राजस्थान के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल करने, उनके नाम से सर्किल बनाने व सार्वजनिक स्थानों पर उनकी प्रतिमाएं लगावाने, रावणा राजपूत समाज को ओबीसी में वर्गीकरण कर आरक्षण का लाभ दिलाने, रावणा राजपूत समाज के पर्यायवाची नामों को हटाकर पूरे राजस्थान में एक ही नाम से सम्बोधित करने, पिछड़ेपन को दूर करने के लिए समाज को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की गई।