कचहरी परिसर में अचानक बजने लगा ढोल, हर कोई रह गया हैरान, देखे वीडियो…
जालोर. कचहरी परिसर में सोमवार को अचानक ढोल बजना शुरू हो गया। जिसने भी सुना दौड़ा चला आया। लोगों ने पूछा तो पता चला कि प्रशासन की नींद उड़ाने के लिए कांग्रेसी ढोल बजवा रहे हैं। इस दौरान पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल व नगर परिषद प्रतिपक्ष नेता मिश्रीमल गहलोत के नेतृत्व में पार्षद व कांग्रेस कार्यकर्ता ढोल बजाते व नारे लगाते कलक्टर कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने उपखंड अधिकारी हरफूल पंकज को मांग पत्र सौंपा। साथ ही समस्याओं का समाधान नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी।
गौरतलब है कि नगर परिषद जालोर में व्याप्त विभिन्न समस्याओं व कानून व्यवस्था को लेकर शुक्रवार से प्रतिपक्ष नेता मिश्रीमल गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस के निर्वाचित पार्षद एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से अनिश्चितकालीन धरना दिया जा रहा है। इससे संबंध में पूर्व में नगर परिषद प्रतिपक्ष नेता मिश्रीमल गहलोत समस्या समाधान को लेकर प्रशासन को मांग पत्र सौंपा था। जिसमें राष्ट्रीय स्वच्छता अभियान के बावजूद शहर में सफाई व्यवस्था नहीं होने, परिषद में सफाई कर्मचारियों की पर्याप्त उपलब्धता के बावजूद जगह-जगह कचरे के ढेर लगने, नालों-नालियों की सफाई नहीं होने से गंदा पानी आम रास्तों में बहने के कारण आवागमन बाधित होने, साधारण सभा में पारित प्रस्ताव के अनुसार प्रत्येक वार्ड में तीन-तीन सफाई कर्मचारी भी नहीं लगने, सीवरेज चैम्बरों के ओवरफ्लो होने से पानी आम रास्तों पर गंदा फैलने, शहर में सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग सही नहीं होने, बदहाल रोड लाइट व्यवस्था, पात्र लोगों को पट्टे नहीं देने, शहर में विकास कार्य नहीं होने, बिगड़ी कानून व्यवस्था, नाले-नालियों की सफाई नहीं होने एवं बिना अनुमति के विभिन्न विभागों की ओर से रोड तोड़कर क्षतिपूर्ति राशि नहीं देने जैसी समस्याएं बताते हुए इनके समाधान की मांग की थी। लेकिन चार दिन बाद भी समस्या समाधान नहीं होने पर सोमवार को ढोल बजाकर प्रशासन की नींद उड़ाने का कार्यक्रम रखा गया। इस मौके पूर्व जिलाध्यक्ष नैनसिंह राजपुरोहित, वरिष्ठ कांग्रेसी सवाराम पटेल, पार्षद मोड़ाराम मीणा, शोभा देवी, ममता जीनगर, देवी, अनिल पंडत, अफसाना बानो, देवाराम, कांग्रेस पदाधिकारी पुखराज माली, विनीत व्यास सहित कई कांग्रेसी मौजूद थे।
सभापति और उप सभापति के खिलाफ नारेबाजी
कांग्रेसियों ने प्रदर्शन के दौरान नगर परिषद के सभापति, उप सभापति और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही समस्याओं का समाधान नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी भी दी।