गुजरात के कांदला से जैसलमेर-जालोर तक 850 किलोमीटर लंबी नहर की योजना
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी के सपने को यदि साकार किया जाता है, तो गुजरात का कच्छ का रण और राजस्थान में थार के मरुस्थल वाले जैसलमेर जैसे इलाकों में पानी की कमी इतिहास बन सकती है। गडकरी ने कहा, ‘मेरा एक सपना है कि गुजरात के कांदला से राजस्थान के जैसलमेर और जालोर तक एक 850 किलोमीटर लंबी नहर का निर्माण किया जाए। इससे राजस्थान और गुजरात की अर्थव्यवस्था बदल जाएगी।’ उन्होंने कहा कि शुरूआत में इस परियोजना में अरब सागर के जल का प्रयोग किया जाएगा और इससे सूखे पड़े कच्छ के रण और थार मरुस्थल एवं गुजरात से राजस्थान तक की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से न केवल राजस्थान में पानी की कमी की समस्या का समाधान होगा बल्कि इससे शुद्ध पेयजल, नमक, यूरिया संयंत्रों को चलाने के लिए गैस इत्यादि की भी सुविधा मिलेगी। साथ ही बिजली की दरें कम करने में मदद मिलेगी क्योंकि कोयला, चूनापत्थर और अन्य उत्पादों के जलीय परिवहन में मदद मिलेगी और इससे करीब 1,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा। गडकरी ने कहा, ‘हम इस नहर में पानी के घाट बनाएंगे। यह अभी प्रारंभिक चरण में है। इस परियोजना में समुद्री जल से 1,000 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता होगी, इससे उपोत्पाद के तौर पर नमक मिलेगा। नमक से हम सीएनजी वाहनों को चलाने के लिए गैस का निर्माण कर सकेंगे और पीने का पानी भी होगा जिसे हम नहर में छोड़ देंगे।’ उन्होंने कहा कि सभी संबद्ध नदियों को नहर से जोड़ दिया जाएगा और बाढ़ के दिनों में नदियों का अतिरिक्त पानी नहर में छोड़ दिया जाएगा।
source : jansatta.com