कई जिलों में नकबजनी करने वाले गैंग के सरगना सहित पांच लोग गिरफ्तार

भीनमाल @ अर्थ न्यूज नेटवर्क


जिले में कई जगह योजनाबद्ध तरीके से दुकानों के ताले तोड़कर नकबजनी की वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी सहित पांच आरोपितों को भीनमाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही आरोपितों से चोरी का माल बरामदगी का प्रयास कर रही है।
पुलिस के अनुसार भीनमान थानाधिकारी कैलाशचन्द्र मीना के निर्देशन में चोरी व नकबजनी प्रकरणों के वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। टीम में सहायक उप निरीक्षक अनिलकुमार, हैड कांस्टेबल करनाराम विश्नोई व डूंगराराम, कांस्टेबल सेवाराम डूडी, वरींगाराम, महेन्द्र मीना, आटी दिनेश व जयकिशन विश्नोई को शािमल किया गया। टीम ने सादी डे्रस में भीनमाल के मुख्य स्थानों व होटलों पर आने-जाने वाले संदिग्ध लोगों की नजर रखना शुरू किया। इस दौरान भीनमाल निवासी भरत पुत्र रामलाल पुरोहित व सरथला (पांच पादरा) निवासी रमेश पुत्र लच्छाराम रेबारी की गतिविधिया संदिग्ध लगने पर उन्हें दस्तयाब कर पूछताछ के लिए थाने लाया गया। पूछताछ में दोनों ने भीनमाल सहित रेवदर, आहोर, कोमता (सायला), सोमता (रामसीन) व सुमेरपुर में अपनी गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर नकबजनी की कई वारदातो को अंजाम देना कबूल किया।
तीन आरोपितों के नाम खोले
पूछताछ में दोनों आरोपितों ने गैंग के तीन अन्य सदस्यों के नाम भी लिए। जिस पर सहायक उप निरीक्षक अनिलकुमार मय जाप्ता ने कोरी धवेचा (बागोड़ा) निवासी सदिक खां पुत्र अकबर खां मुसलमान, भीनमाल निवासी इब्राहिम खान पुत्र गाजी खान मोयला मुसलमान व नासोली (भीनमाल) निवासी भीमसिंह पुत्र तारूसिंह राव को दस्तयाब किया कर पूछताछ की। पूछताछ में सभी ने मुख्य आरोपी भरत पुरोहित के साथ मिलकर नकबजनी की वारदातो में शरीक होना कबूल किया।
कई वारदातों में थे वांछित
पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपित कई वारदातों में वांछित थे। आरोपितों ने रेवदर में स्थित वासन निवासी ललित कुमार की डी.जे. व साउण्ड की दुकान के 12 फरवरी 2016 को ताले तोड़कर पांच लाख रुपए का सामान चुराया था। इसी तरह 17 मई 2016 को भीनमाल में हरिसिंह राजपूत की दुकान के ताले तोड़कर 14 कट्टे मक्का की दाल चुराई थी। वहीं 27 जुलाई 2016 को आहोर में सुरवीरसिंह राजपूत की दुकान के ताले तोड़कर आठ टायर, दो जैक व वेट चोरी किया था। इसके ंअलावा पुलिस आरोपितों से अन्य वारदातें उगलवाने की कोशिश कर रही है।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
मुख्य आरोपित भरत पुरोहित गैंग के सदस्यों को भीनमाल बुलाकर नकबजनी वाले स्थान के बारे में बताकर योजना बनाता था। इसके बाद अपनी बोलेरो कैम्पर से दिन के समय सम्बंधित दुकान की रैकी करते थे। जबकि रात को दुकान के ताले तोड़कर सामान अपने वाहन डालकर रफूचक्कर हो जाते थे। चोरी की योजना भीनमाल में बैठकर बनाते थे तथा चोरी करने के लिए दूर-दूर तक जाते थे। गैंग की ओर से अब तक आहोर, कोमता, सोमता, रेवदर, पोकरन, बालोतरा, फालना, सुमेरपुर इत्यादि स्थानों पर भी रात्री के समय दुकानों के ताले तोड़कर चोरी करने की वारदात स्वीकार की है।
घटना में प्रयुक्त वाहन बरामद
मुख्य आरोपित भरत पुरोहित व गैंग के सदस्यों की निशानदेही पर वारदातों में प्रयुक्त बिना नम्बर का बोलेरो कैम्पर को जब्त किया गया है। मुख्य आरोपित भरत पुरोहित व रमेश देवासी को भीनमाल के प्रकरण सं. 430/16 में गिरफ्तार कर लिया है। जबकि गैंग के अन्य सदस्य सदीक खान, इब्राहिम खान व भीमसिंह को सुपुर्द करने के लिए संबंधित थानाधिकारियों को सूचित कर दिया गया। जहां से इनको लेने के लिए अनुसंधान अधिकारी भीनमाल आ रहे हैं। सभी नकबजनों से पूछताछ जारी है।
नही काम आये पांच नाम
मुख्य आरोपित भरत ने अपनी पहचान छुपाने के लिए अपने चार उपनाम रखे थे। उसने अपना नाम भरत उर्फ भगवती प्रसाद उर्फ भगाराम उर्फ भगीया उर्फ भगराज पुरोहित रखा था। ताकि वह अपनी पहचान छुपा सके। लेकिन वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

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