रेलगाड़ी में होगा जालोरवासियों का निशुल्क उपचार, इन गंभीर बीमारियों का होगा इलाज, जानिए
अर्थ न्यूज. जालोर
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा इम्पेक्ट इंडिया फाउण्डेशन, बजाज फिनसर्व और भारतीय रेलवे के सहयोग से जिलेभर के रोगियों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इलाज किसी अस्पताल में नहीं अलबता रेलगाडी में होगा। यह रेलगाडी जालोर शहर के रेलवे स्टेशन पर 20 मार्च को पहुंचेगी, लेकिन रोगियों का इलाज 28 मार्च से शुरू होगा। इस रेलगाडी में 18 अप्रेल तक विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से रोगियों का निशुल्क इलाज किया जाएगा। रेलगाडी में रोगियों का इलाज सुबह नौ से शाम के 4.30 बजे तक किया जाएगा।
इन गंभीर बीमारियों का होगा इलाज
लाइफ लाइन एक्सप्रेस टेऊन में आंख, कान, दांत, प्लास्टिक सर्जरी, आर्थोपेडिक सर्जरी, कैंसर जांच, परिवार नियोजन, महिलाओं संबंधी जैसी सामान्य व गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाएगा। एक्स-रे, मैमोग्राफी मशीन, डेंटल चेयर, आंखों के उपचार संबंधी व अन्य जरूरी उपकरणों से सुसज्जित इस टेऊन में फार्मेसी की भी सुविधा है, ताकि रोगियों को उपचार के साथ निशुल्क दवाइयां भी दी जा सके। इम्पेक्ट इंडिया फाउण्डेशन के डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल प्रेम सागर ने बताया कि लाइफ लाइन एक्सप्रेस टेऊन दुनिया का पहला चलता फिरता अस्पताल है, जिसमें सात डिब्बे जुड़े हुए है। इनमें से दो डिब्बों में अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर बने हुए हैं, जिनमें पांच ऑपरेशन टेबल हैं, जिन पर एकबार में पांच रोगियों का ऑपरेशन किया जा सकता है।
10 लाख से अधिक रोगियों को मिला लाभ
13 जुलाई 1991 से शुरू हुए इस चलते फिरते अस्पताल से अभी तक 10 लाख से अधिक रोगी लाभान्वित हो चुके हैं। बजाज फिनसर्व और भारतीय रेलवे के सहयोग से देश के 20 राज्यों में इस रेलगाडी की ओर से आमजन को लाभ दिया जा चुका हैं। अगस्त व सितंबर 2017 में पडौसी जिले बाड़मेर में भी रोगियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। वहां 12 हजार रोगियों का निशुल्क इलाज किया गया था। इस टेऊन में कार्यरत चिकित्सकों की ओर से अभी तक 1.3 लाख ऑपरेशन किए जा चुके हैं।
इस बीमारियों का होगा उपचार
लाइफ लाइन ट्रेन में आंखों की मोतियाबिंद का ऑपरेशन करनेे के साथ चश्मा भी निशुल्क दिया जाएगा। कान का पर्दा संबंधी ऑपरेशन व कान का मशीन, प्लास्टिक सर्जरी में कटे फटे होठ, 14 से कम उम्र के बच्चे जो पोलियोग्रस्त हैं उनका ऑपरेशन, स्त्री रोग संबंधी, मुडे हुए पैर का ऑपरेशन, मुंह तथा स्तन और सरवाइकल कैंसर का इलाज भी किया जाएगा। इसके अलावा परिवार नियोजन संबंधी काउन्सलिंग तथा ऑपरेशन और मिर्गी रोग का इलाज भी ट्रेन में कार्यरत चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा। वहीं दांतों की बीमारियां का उपचार किया जाएगा। वहीं ब्लड प्रेशर, मधुमेह की जांच भी की जाएगी।
30 से 40 चिकित्सक रहेंगे रेलगाडी में
उन्होंने बताया कि इस लाइफ लाइन ट्रेन में 30 से 40 विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं आमजन को मिलेगी। इसमें सात डिब्बों में ऑपरेशन थियेटर, ऑफिस, डेंटर एरिया, कान्फ्रेंस कक्ष, फार्मेसी, एक्स-रे, मैमोग्राफी मशीन, चिकित्सकों के कक्ष आदि कमरे व केबिन बने हुए रहेंगे।
रोगियों को मिलेगा निशुल्क खाना
इस चलते फिरते अस्पताल में ऑपरेशन करवाने वाले रोगियों को जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती रखा जाएगा। इस दौरान इम्पेक्ट इंडिया फाउण्डेशन की ओर से वार्ड में भर्ती होने वाले रोगियों और उनके एक परिजन के निशुल्क खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी।