अर्थ न्यूज नेटवर्क. जालोर
वह ऑडियो जिसकी वजह से मची खलबली
पिछले कई दिनों से शहर में चर्चा का विषय बना जालोर विधायक बाबूलाल मेघवाल व महिला मनोनीत पार्षद के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले में नया मोड आ गया है। साथ ही यह मामला कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रविंद्रसिंह बालावत ने इस मामले को लेकर प्रदेश हाईकमान तक अवगत करा दिया है। बताते चले कि इस ऑडियो में भाजपा की मनोनीत पार्षद भाजपा नगर अध्यक्ष ओबाराम देवासी की ओर से उसके घर में आकर लज्जा भंग करने व मारपीट करने की शिकायत बाबूलाल मेघवाल से कर रही है और बाबूलाल उस महिला पार्षद को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जिस तरीके से महिला ओबाराम देवासी पर गंभीर आरोप लगा रही है उसे देखते हुए इस पूरे मामले पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस पूरे मामले की शहर सहित प्रदेशस्तर तक चर्चा है।
गंभीर सवाल जो जबाव मांगते हैं
- महिला पार्षद भाजपा नगर अध्यक्ष ओबाराम देवासी पर इस तरह के गंभीर आरोप लगा रही है और देवासी का कहना है कि उसे बदनाम किया जा रहा है तो देवासी अब तक चुप क्यों है? क्यों उस महिला के खिलाफ कार्यवाही नहीं कर रहे?
- विधायक पति इस मामले में समझौता करवाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन क्या उन्हें यह नहीं पता कि पार्टी की एक पदाधिकारी व महिला जनप्रतिनिधि के साथ इस तरह का दुव्र्यवहार होने के बाद मामला समझाइश करके कैसे समाप्त किया जा सकता है?
- महिला का पति बाबूलाल को कहता है कि ओबाराम का कहता है कि उसे तो बस उसकी पत्नी चाहिए। क्या यह कोई सामान्य सी बात थी कि बाबूलाल समझाइश करके मामला समाप्त किया जा सकता है?
- महिला के पति का बाबूलाल से सवाल करना कि क्या आपकी पत्नी को मांग लिया जाए तो आप क्या करोगे? बिल्कुल महिला का पति सही कर रहा है, क्योंकि जिस इंसान पर बितती है उसका दर्द वही समझ सकता है।
- ओबाराम का कहना है कि उसने महिला पार्षद को 35 लाख रुपए उधार दिए थे, जिसे वह मांगने जाता था। तो सवाल यह भी उठता है कि आखिर किसी महिला को 35 लाख रुपए उधार देने के पीछे क्या कारण रहे? क्या रुपए उधार देते समय महिला से कोई कागजी कार्यवाही करवाई गई।
- कुल मिलाकर मामला अत्यन्त गंभीर है और यह मामला आने वाले विधानसभा में भाजपा के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है।
- जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी की छवि जालोर विधानसभा क्षेत्र में गिर रही है उसे लेकर पार्टी के आलाधिकारियों को सोचना चाहिए कि पार्टी की छवि को दोबारा कैसे बनाया जाए।
- पिछले चार साल में भारतीय जनता पार्टी की छवि जालोर विधानसभा में इस कदर खराब हुई है कि उसे ठीक करना भाजपा के लिए बेहद जरूरी है।
- बाबूलाल महिला पार्षद को राजनीति में आगे बढऩे के लिए धैर्य से काम लेने तथा जिले के प्रभारी मंत्री पुष्पेंद्रसिंह राणावत के रहते सभापति या प्रधान तक बनाने का प्रलोभन दे रहा है। आखिर वे इस तरह के प्रलोभन देकर मामला क्यों दबाना चाह रहे है?
- भाजपा को इस मामले की निष्पक्ष जांच कर जनता के सामने रखना चाहिए कि ताकि जनता के सामने भी हकीकत आए तथा पार्टी की खराब होती छवि को बचाया जा सके।
- अर्थ न्यूज के पास वह कॉपी भी है जो महिला पार्षद ने पुलिस अधीक्षक के नाम लिखी थी। जिस पर बाकायदा महिला के हस्ताक्षर है। इसके अलावा यह रिकॉर्डिंग भी जिसे सब सुन रहे हैं। कहीं ना कहीं मामला अत्यन्त गंभीर है और भाजपा को आगे बढ़कर इस मामले की जांच कर लोगों के सामने सच्चाई रखनी चाहिए।
- भाजपा को इस मामले में भी पार्टी की छवि खराब करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। यदि पार्टी ऐसा नहीं करेगी तो आने वाले विधानसभा चुनाव में उसे कई नुकसान ना झेलना पड़े। भाजपा के लिए इस बार सबसे महत्वपूर्ण जनता का विश्वास बनाए रखना होना चाहिए।