रिलायंस जियो का धोखा, उपभोक्ताओं को पड़ रहा भारी, आप भी जानिए…
जालोर @ अर्थ न्यूज
रिलायंस जियो की 4जी सर्विस की लांचिंग के दौरान हजारों रुपए का दांव लगाकर मोबाइल खरीदने वाले उपभोक्ता अब कम्पनी की बदतर सेवा पर कोसते नजर आ रहे हैं। हाल यह है कि जियो 4जी सिम से अब 2जी से भी कम स्पीड आ रही है। ऐसे में 4जी सर्विस का सपना देखने वाले उपभोक्ता खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। हालांकि कम्पनी के अधिकारी इसके लिए फाइबर ऑप्टीकल से कनेक्ट नहीं होने एवं इंटर कनेक्टीविटी की समस्या को कारण बता रहे हैं। लेकिन यह सच है कि कम्पनी की इस लेट लतीफी ने उपभोक्ताओं को परेशान जरूर किया है।
                  गौरतलब है कि रिलायंस जियो की 4जी सर्विस की लांचिंग पर जुलाई व अगस्त माह में जालोर में LYF मोबाइल फोन की बिक्री हुई थी। इस दौरान फोन लेने वाले उपभोक्ताओं को नेट स्पीट अच्छी दी गई। इससे मोबाइल फोन की बिक्री में इजाफा भी हुआ। अकेले जालोर जिले में हजारों लोगों ने LYF के मोबाइल खरीदे। इसके बाद सितम्बर में रिलायंस ने वेलकम ऑफर के तहत सिम देना शुरू किया गया। जिसके तहत 4जी मोबाइल उपभोक्ताओं ने जमकर सिम की खरीदारी की। उपभोक्ताओं को 31 दिसम्बर तक फ्री वॉयस काल, डेटा, एसएमएस और रोमिंग की सुविधा देने की घोषणा की गई। इससे युवाओं में इसका खासा क्रेज देखा गया। शुरुआत में नेट स्पीड 10 एमबीपीएस तक दी गई। लेकिन महज एक हफ्ते में इसकी स्पीड घटकर 1-2 एमबीपीएस के आसपास आ गई। अगले हफ्ते में ही यह स्पीड घटकर 50 से 200 केबीपीएस के आसपास आ गई। हाल यह है कि कई बार घंटों तक नेट की स्पीड ही नदारद रहती है।
                  उपभोक्ता कर रहे अफसोस
                  ऐसा नहीं है कि रिलायंस जियो की नेट स्पीड हर जगह खराब है। प्रदेश के बड़े शहरों में जियो की नेट स्पीड बेहतर है। लेकिन जालोर जिले में फाइबर कनेक्टीविटी की लेट लतीफी ने 4जी सेवा को 2जी से भी बदतर बना दिया। कम्पनी के अधिकारी अगले दस-पंद्रह दिन में फाइबर ऑप्टीकल कनेक्ट होने पर सेवा के बेहतर होने का दावा कर रहे हैं। लेकिन इस तरह के दावे बीते एक महीने से किए जा रहे हैं। खैर कम्पनी अपनी सेवा को कब तक बेहतर करती है, यह तो अगले महीने तक पता चल जाएगा। लेकिन फिलहाल जिले में LYF के मोबाइल खरीदने वाले उपभोक्ता सिर्फ अफसोस कर रहे हैं। वहीं दूसरी कम्पनियों से ड्रॉप आउट होकर जियो की सिम खरीदने वाले उपभोक्ताओं में से अधिकांश ने फिर से पुरानी कम्पनी की सिम उपयाग करना शुरू कर दिया है।
                  4जी स्पीड में फिसड्डी
                  ट्राई के कायदों के अनुसार 4जी की नेट स्पीड 10एमबीपीएस से लेकर 51एमबीपीएस तक होना जरूरी है। लेकिन जिले में अब तक जियो की ओर से यह नेट स्पीड उपभोक्ताओं को उपलब्ध नहीं कराई गई है। वहीं ट्राई की ओर से गत दिनों एक चौंकाने वाले खुलासे में भी जियो की डाटा स्पीड शीर्ष पांच कम्पनियों में कम बताई गई थी। वर्तमान में जालोर जिले में जियो की 4जी से ज्यादा स्पीड एयरटेल, वोडाफोन व आइडिया की ३जी सर्विस में उपलब्ध है।
                  नहीं मिल रही सिम, ढूंढा नया बहाना
                  वर्तमान में सिम के लिए आवेदन करने वाले कई उपभोक्ताओं को सिम ही नहीं मिल रही है। इससे भी ज्यादा परेशान वे लोग है जिन्होंने जियो की नेट स्पीड पाने के लिए नया 4जी मोबाइल फोन खरीदा, लेकिन उनके द्वारा जेनरेट किए गए बार कोड को ही जियो के कर्मचारी गलत बता रहे हैं। अर्थ न्यूज से ऐसे कई उपभोक्ताओं ने सम्पर्क करके अपने मोबाइल का बिल दिखाते हुए बताया कि उन्होंने नया मोबाइल खरीदकर बार कोड जेनरेट किए, लेकिन कर्मचारी सिम नहीं देने के लिए इन बार कोड को ही गलत बता रहे हैं।
                  फ्री सेवा में भी कटौती
                  इधर, ट्राई के नियमों के अनुरूप 90 दिन से ज्यादा तक प्रमोशन के तहत फ्री सेवा नहीं दी जा सकती। चूंकि जियो ने वेलकम ऑफर 5 सितम्बर को शुरू किया था। ऐसे में ऑफर के 3 दिसम्बर तक ही समाप्त होने की अटकलें हैं।
                  10-15 दिन में दुरुस्त होगी सेवा
                  शुरुआत में अच्छी स्पीड मिली थी, लेकिन इंटरकनेक्टीविटी की समस्या के कारण सेवा में परेशानी आ रही है। जालोर में फाइबर ऑप्टीकल कनेक्ट नहीं होने के कारण डाटा स्पीड कम आ रही है। अगले 10-15 दिन में ही सेवा दुरुस्त होने की संभावना है।
                  – अजय शर्मा, अधिकारी, रिलायंस जियो, जालोर



बहुत ही सटीक, सत्य और विश्वसनीय खबरें । बहुत बहुत आभार व मंगलकामनाएं ।
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