आहोर का एक गांव, जहां हर खेत में पानी ही पानी है, वीडियो में देखे यहां के लोगों का दर्द…
आहोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
मारवाड़ से मानसून करीब-करीब रुखसत सा हो गया है। यहां पानी बरसे बीस दिन से ज्यादा समय गुजर गया। लेकिन आहोर उपखंड का एक गांव ऐसा है जहां करीब बीस वर्ग किलोमीटर के दायरे में स्थित हर खेत में पानी ही पानी है। जी हां, यह गांव है नोसरा। जहां खेतों में पानी भरा होने के कारण लोग इस बार खेती ही नहीं कर पाए। लोगों को अब इन खेतों से पानी उतरने का इंतजार है। ताकि वे सेवज की फसल ले सके।
दरअसल, देसूरी व फालना के आसपास की पहाडिय़ों से आने वाला पानी सुकड़ी नदी में बहता है। पाली जिले के बापा गांव में सुकड़ी नदी दो हिस्सों में बहने लगती है। यह पानी कवराड़ा व भूती गांव होते हुए गुड़ा रेलिया नाले में बहता हैै। यहां से ये पानी नोसरा गांव के उनाम (भराव क्षेत्र) में जमा हो जाता है। फिलहाल, नोसरा गांव के करीब चार किलोमीटर पहले से रोड के दाई तरफ हर खेत में पानी जमा है। यह हाल सुगालिया गांव तक है। यानी सात किलोमीटर लम्बे और तीन किलोमीटर चौड़े इलाके के हर खेत में पानी ही पानी है। कई जगह पानी दस से पंद्रह फीट तक है। हाल यह है कि इस बार कई लोगों ने अपने खेतों में फसलें बोई थी, लेकिन अंकुरित होने से पहले ही पानी के भराव से फसल की सारी उम्मीदें टूट गई। ग्रामीणों की मानें तो करोड़ों रुपए की लागत से यहां नहर का निर्माण कराया गया था। यह नहर नोसरा गांव से लेकर बावड़ी व सांडन तक पक्की बनाई गई है, लेकिन निर्माण में लापरवाही के चलते कई जगह से नहर क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पानी की निकासी में भी समस्या आ रही है। ग्रामीणों की मानें तो यहां से निकलने वाली नहर से करीब पंद्रह हजार हैक्टेयर जमीन में सिंचाई होती है।
कई गांवों में है पानी का भराव
यह पानी भंवरानी के अलावा जिले की सरहद पर स्थित बाड़मेर के खंडप व राखी गांव में पहुंचता है। फिलहाल, इन गांवों के खेतों में भी पानी का भराव है। वहीं भाद्राजून से कुलथाना तक रोड के दोनों तरफ के खेतों में पानी का भराव हो रखा है। नोसरा गांव के खेतों में पानी का भराव के हालात और ग्रामीणों को हो रही समस्या का देखे लाइव वीडियो :