जवाई बांध से छोड़ा और ज्यादा पानी, जानिए कितना पानी छोड़ा और कहां तक पहुंची नदी…
जालोर. मारवाड़ की धरती पर इंद्र देव की मेहरबानी किसानों की लिए वरदान साबित होने वाली है। बीते कई सालों से पानी को तरस रही फसलों के लिए आने वाला समय खुशहाली लेकर आने वाला है। जी हां, कालीबोर व सेई बांध के ओवरफ्लो होने के कारण लगातार हो रही पानी की आवक एवं जवाई बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश के चलते गेज में बढ़ोतरी हो रही है। इसके साथ ही सोमवार शाम सात बजे तीन में से दो गेट डेढ़-डेढ़ फीट खोल दिए हैं। जबकि एक गेट को फिलहाल, एक फीट रखा गया है। इससे अब जवाई नदी में ३७९२ क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पहले तीनों गेट से २३७० क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।
गौरतलब है कि जवाई बांध में मुख्य रूप से कालीबोर व सेई बांध का ओवरफ्लो पानी आता है। जहां अच्छी बारिश के कारण पिछले कई दिनों से दोनों बांध ओवरफ्लो चल रहे है। इसका आधा पानी गुजरात में जाता है, जबकि आधा पानी जवाई बांध में आता है। वहीं रविवार रात बेड़ा के आसपास के गांवों व मगरा में अच्छी बारिश के कारण कई नाले उफान पर है। जिसका पानी जवाई बांध में आ रहा है। इसके साथ ही सोमवार शाम तक जवाई बांध का गेज करीब ६० फीट के करीब पहुंच गया है। इसके साथ ही बांध में पानी का गेज ७००० एमसीएफटी के आंकड़े को पार कर गया है। ऐसे में सोमवार शाम सात बजे गेट नम्बर २ व ४ को बढ़ाकर डेढ़-डेढ़ फीट तक खोला गया है। पूर्व में दोनों गेट एक-एक फीट खोले गए थे। जबकि गेट नम्बर १० अब तक एक फीट ही खोल रखा है। इसके साथ ही जवाई नदी में ३७९२ क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि पूर्व में तीनों गेट से २३७० क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। इधर, जवाई बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश व सेई बांध से लगातार आवक के चलते मंगलवार को बांध का गेज और ज्यादा बढऩे की संभावना है।
सांफाड़ा पार पहुंचा पानी
देर शाम करीब पौने नौ बजे जवाई नदी का पानी सांफाड़ा गांव को पार हो चुका था। हालांकि पहले इसके सायला तक देर से पहुंचने की संभावना थी, लेकिन जवाई नदी में पानी की मात्रा बढऩे के साथ ही तेज गति के कारण आधी रात से पहले सायला तक जवाई नदी का पानी पहुंचने की संभावना है।
जालोर-बिशनगढ़ मार्ग बंद
इधर, शाम को जालोर-बिशनगढ़ रपट पर पानी पहुंंचने के साथ ही यहां पानी की गति तेज होने के कारण आवागमन बंद हो गया है। फिलाहाल, यहां दो फीट तक पानी बह रहा है। लेकिन मंगलवार तक पानी और भी ज्यादा बढऩे की संभावना जताई जा रही है।
डायवर्सन का पानी पहुंचा सामुजा-गोदन के बीच
इधर, छीपरवाड़ा रपट पर जवाई नदी से निकल रहे डायवर्सन में पानी शाम को सवा चार बजे भैंसवाड़ा रपट पर पहुंचने के बाद देर शाम दस बजे सामुजा ओरण से गोदन के बीच तक पहुंच चुका था। मंगलवार सुबह तक इस पानी के स्वरूपपुरा तक पहुंचने की संभावना है।
Jalore me aaya javai ka pani kuch hi der me Surana me aane wala hai
ReplyGood luck jalore
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