जवाई बांध के तीन गेट खोले, किसानों में खुशी की लहर

जालोर. पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े बांध जवाई में पानी की अच्छी आवक ने किसानों के चेहरे पर खुशी लौटा दी है। दस साल बाद पानी की अच्छी आवक व नदी में पानी छोडऩे से जवाई नदी के किनारे स्थित पाली व जालोर जिले के गांवों को खासा लाभ होगा। रविवार शाम को तीसरा गेट खोलने के बाद लोगों में खुशी का माहौल नजर आया।
गौरतलब है कि जवाई बांध में ५९ फीट का गेज पार होते ही शनिवार शाम को एक गेट तीन इंच तक खोला गया था। इससे २०० क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। लेकिन जवाई बांध के जल ग्रहण क्षेत्र में बारिश होने तथा सेई बांध से लगातार पानी की आवक के चलते रविवार को गेज 6925 एमसीएफटी जल उपलब्धता के साथ 59.70 फीट हो गया।ऐसे में शाम करीब सवा चार बजे दूसरा गेट खोला गया। वहीं शाम करीब सवा सात बजे तीसरा गेट खोला। फिलहाल, दो गेट को एक-एक फीट व तीसरे गेट को छह इंच खोला गया है। इससे 2370 क्यूसेक पानी की निकासी हो रही है।
अधिकारियों ने लिया जायजा
बांध के गेज में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए जलसंसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुरेश कुमार माथुर व सरकार से नियुक्त सलाहकार शंकरलाल परमार बांध पर पहुंचे और जायजा लिया। उन्होंने बांध में उपलब्ध जल, जल आवक, गेट के माध्यम से हो रही जल निकासी, जलग्रहण क्षेत्र में बारिश की स्थिति और प्रस्तावित जलआवक की समीक्षा की। इसके बाद अधिकारियों ने 60 फीट गेज के बाद सवा फीट के अस्थाई गेज को ध्यान में रखते हुए बांध से पानी छोडऩे का निर्णय किया।
प्रशासन हुआ सतर्क
बांध के गेट खोलने के बाद पाली व जालोर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। जालोर जिले के कई गांवों में जहां टैम्पो से लाउड स्पीकर बजाकर लोगों को सावधान किया जा रहा है। वहीं सुमेरपुर उपखण्ड अधिकारी महिपालकुमार भारद्वाज ने भी रविवार को बांध का जायजा लेकर अधिकारियों से विचार-विमश किया।
जवाई बांध में बढ़ रहे पर्यटक
करीब दस साल बाद बांध के गेट खोलने से लोगों में उत्साह का माहौल है। वहीं जवाई बांध व यहां का नैसर्गिक सांैदर्य देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। शनिवार को सुबह से यहां हजारों लोग की जमावड़ा रहा। वहीं रविवार को भी पाली व जालोर जिले के कई गांवों से लोग बांध को देखने पहुंचे। इधर, लोगों के पहुंचने से सुमेरपुर से लेकर जवाई बांध तक दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।
डार्कजोन के सुधरेंगे हालात
भूजल के लिहाज से डार्कजोन में शामिल जालोर जिले के लिए जवाई नदी का पानी खासा लाभदायक साबित होगा। बीते पांच साल से जालोर के तकरीबन सभी उपखंडों में भूजल स्तर रसातल को पहुंच चुका है। इससे किसानों के लिए खेतीबाड़ी भी मुश्किल हो गई थी। लेकिन जवाई नदी में पानी का बहाव होने से कुएं रिचार्ज होंगे। इससे जल स्तर में बढ़ोतरी होने के साथ ही पेयजल की गुणवत्ता भी सुधरेगी। साथ ही आगामी पांच साल के लिए खेती के लिए पानी की समस्या से निजात मिलेगी।

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