युवा विकास कमेटी की सोशल मीडिया पर पहल, कैंसर पीडि़त के लिए बनी जिंदगी का सहारा…
स्वरूपगंज @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
कहते हैं युवाओं की सकारात्मक पहल किसी समाज और कौम की दिशा बदलने का माद्दा रखती है। इस बात को साबित कर दिखाया है मोयला समाज की युवा विकास कमेटी ने। समाज के युवाओं ने एकजुट होकर ना केवल सोशल मीडिया पर कई तरह के ग्रुप बना रखे हैं, बल्कि इसमें किसी समाजबंधु के आपात स्थिति की सूचना मिलते ही सहयोग का जुनून भी परवान चढऩे लगा है। हाल यह है कि समाज के किसी भी व्यक्ति के बीमारी या दुर्घटना में असक्षम होने पर समाज के युवाओं की ओर से आर्थिक इमदाद जुटा कर सहयोग किया जा रहा है। इस कड़ी में युवा कमेटी ने मंगलवार को स्वरूपगंज के कैंसर पीडि़त को आर्थिक इमदाद देकर इस परिवार को सम्बल प्रदान किया है। अब कमेटी अपनी इस मुहिम को पूरे राजस्थान में तेजी देना चाह रही है।
दरअसल, मोयला युवा विकास कमेटी की ओर से वाट्सअप पर कई ग्रुप बनाकर राजस्थान के साथ ही गुजरात व दक्षिण भारत में प्रवासरत समाज के युवाओं को जोड़ा है। इसमें समाज की चौदह पट्टी के लोग शामिल है। गु्रप में समाज की शैक्षणिक स्थिति एवं सामाजिक सरोकार से सम्बंध सुझाव आमंत्रित किए जाते हैं। इसके अलावा ग्रुप में समाज के कमजोर आर्थिक स्थिति वालों की मदद के सुझाव भी आते हैं। खास तौर से शिक्षा, बीमारी व सड़क हादसे आदि में कमजोर आर्थिक स्थिति वालों परिवारों को इमदाद के लिए खास तौर पर पहल रहती है।
बाबू खान को मिली आर्थिक इमदाद
गत दिनों स्वरूपगंज के बाबू खान मोयला के कैंसर पीडि़त होने एवं मां-पिता के पेंशन से गुजारा चलाने की बात सामने आई। जिस पर गु्रप में युवाओं ने उन्हें आर्थिक सहायता देने की बात रखी। देखते ही देखते कई युवाओं ने इसमें इमदाद दी। इसमें कमेटी के सदस्यों ने मंगलवार को बाबू खान के घर पर पहुंचकर 51 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी। युवा कमेटी की ओर से की गई इस पहल के बारे में खुद बाबू खान और उसके परिवार को भी भनक नहीं है। ऐसे में समाज के युवाओं की इस कोशिश को देख पूरे परिवार की आंखें छलक उठी। उन्होंने इस मुहिम को कामयाबी बनाने की दुआ की।
यह लोग रहे मौजूद
बाबू खान को समाज की ओर से युवाओं की ओर से एकत्रित आर्थिक सहायता देने के लिए मंगलवार को युवा कमेटी के कई सदस्य मौजूद रहे। इस मौके अब्दुल खान उंदरा, हनीफ खान, मुश्ताक खान नागौरी, जवान खान, फिरोज सोरड़ा, हमीर खान मवड़ी, शकूर खान आहोर, तालीब खान खेतलावास, मेहबूब सोरडा रसूल खान भटाना व रमजान खान सिवाना मौजूद रहे।