जवाई बांध को लेकर जालोरवासियों के लिए बुरी खबर, जानिए आप भी…
जालोर @ अर्थ न्यूज नेटवर्क
जालोर की जीवनदायिनी जवाई नदी को लेकर जालोर वासियों के लिए बुरी खबर है। इस बार अतिवृष्टि के बावजूद महज 21 दिन में ही जवाई बांध के गेट बंद कर नदी में पानी की निकासी बंद कर दी गई। हालांकि अब भी नदी में नाम मात्र के पानी का बहाव जारी है, लेकिन बारिश नहीं हुई तो अगले दो-तीन दिन में ही नदी में पानी सूख जाएगा।
गौरतलब है कि इस बार 28 जुलाई को सबसे पहले बांध का गेज 59.65 फीट होने पर चार सौ क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी। बाद में रात के समय बांध का गेज 60.40 फीट होने पर ग्यारह गेट खोलकर 80 हजार क्यूसेक पानी की निकासी की गई थी। रात को ही गेज कंट्रोल होने पर पानी की निकासी में कमी की गई। इसके बाद लगातार पानी की निकासी घटाई जाती रही। ल संसाधन विभाग के निर्देशानुसार बांध का गेज 58.50 फीट कंट्रोल रखकर पानी की निकासी की जाती रही। लेकिन जल ग्रहण क्षेत्र में बारिश का दौर थमते ही विभाग ने पानी की आवक के अनुरूप निकासी में कटौती कर दी है। 17 अगस्त को बांध के एक गेट को तीन इंच तक खुला रखकर 240 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। इसके बाद 18 अगस्त को बांध का गेज 59 फीट होने के साथ ही गेट को महज दो इंच रखकर 159 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही थी। जबकि 19 अगस्त को सुबह आठ बजे बांध का गेज 59.10 फीट होने के साथ ही गेट बांध कर पानी की निकासी बंद कर दी गई। हालांकि बांध में करीब 600 क्यूसेक पानी की निकासी जारी थी।
भूजल स्तर में सुधार
जवाई नदी के बहाव क्षेत्र के किनारे स्थित गांवों में भूजल स्तर में काफी सुधार हुआ है। थांवला, हरजी, सनवाड़ा, भैंसवाड़ा जैसे गांवों में कुओं का जलस्तर करीब 40-50 फीट तक बढ़ा है। वहीं पानी की गुणवत्ता में भी सुधार हुआ है। किसानों की मानें तो बांध का गेज का 58.50 फीट तक नियंत्रित रखकर आने वाले दिनों में बांध में आवक के अनुरूप पानी की निकासी जारी रखी जानी चाहिए। ताकि भूजल स्तर व गुणवत्ता में और ज्यादा सुधार हो सके। किसानों की मानें तो लगातार दो साल तक नदी में पानी का बहाव रहने से कुओं का जलस्तर काफी सुधरा है। इससे आगामी पांच साल तक किसानों को खेती में फायदा मिलेगा एवं पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा। वहीं जवाई नदी के छीपरवाड़ा रपट से डायवर्सन के कारण सामुजा, सेदरिया, गोदन, देवकी, मीठड़ी सहित आसपास के गांवों के भूजल स्तर में भी काफी सुधार हुआ है।
बारिश हो तो फिर से लौट सकती है रौनक
हालांकि जवाई बांध में पानी की आवक जारी रहने के साथ ही बांध का गेज 59.10 फीट है। वहीं सेई बांध के ओवरफ्लो से करीब 600 क्यूसेक पानी की आवक जारी है। इस बीच अगर आगामी दिनों में बांध के जलग्रहण क्षेत्र व नदी के बहाव क्षेत्र के आसपास के गांवों में अच्छी बारिश होती है तो बांध के गेट खुलने से फिर से नदी में पानी की निकासी शुरू हो सकती है। लेकिन फिर नदी में पानी बंद होने से आगामी तीन-चार दिन में ही नदी करीब-करीब सूख जाएगी।